शाहपुरा को जिला बनाने पर कांग्रेस व भाजपा ने मनाया जश्न ,रियासतकालीन शाहपुरा का है अपना महत्व 

Dr. CHETAN THATHERA
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Bhilwara News।राजस्थान विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा आज शाहपुरा को जिला बनाने की घोषणा करने से शाहपुरा में हर्ष की लहर छा गयी है। शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल के पिछले 25 वर्षो से किये जा रहे प्रयासों के आज सफल होने पर भाजपाईयों ने विधायक मेघवाल व कांग्रेस जनों ने सरकार का आभार जताते हुए।

आज शाम को आतिशबाजी की है। भाजपा व कांग्रेस द्वारा एक मुद्दे पर शाहपुरा में एक साथ जश्न मनाने को भी शाहपुरा में आगामी दिनों विकास में साथ चलने के संकल्प को लेकर जोड़कर देखा जा रहा है। 

शाहपुरा विधायक केलाश मेघवाल के गृहमंत्री रहते हुए उन्होंने शाहपुरा को जिला बनाने की घोषणा की थी। उसके बाद से हर बार मेघवाल इस मांग को लेकर प्रयासरत रहे। शाहपुरा चुकिं ऐतिहासिक नगर होने के कारण यहां का महत्व प्रदेश में आंका गया है। 

आज जिला बनने की घोषणा होते ही भाजपा व कांग्रेस की ओर से त्रिमृर्ति स्मारक पर जमकर आतिशबाजी की गई। शाहपुरा रामस्नेही संप्रदाय की मुख्यपीठ होने तथा क्रांतिकारी केसरीसिंह बारहठ की जन्मभूमि होने से विश्व के मानचित्र पर अंकित है।

उल्लेखनीय है कि रियासत काल से शाहपुरा का अपना ऐतिहासिक महत्व रहा है। देश आजाद 15 अगस्त 1947 को हुआ था परंतु शाहपुरा रियासत के राजपरिवार ने 14 अगस्त 1947 को ही शाहपुरा में तिरंगा फैलाकर सारी व्यवस्थाएं प्रजातंत्र को सौंप दी थी।

तब से ही शाहपुरा को जिला बनाने की मांग चली आ रही हैै। तत्कालीन समय में शाहपुरा में हाईकोर्ट लगा करती थी। उस समय यहां पर जिला कोर्ट और जिला कलेक्टर की व्यवस्था की गई थी परंतु बाद में राजनीतिक कारणों से इस व्यवस्था को हटा दिया गया था।

पिछले 25 वर्षों से शाहपुरा को जिला बनाने की मांग उठती आ रही थी। वर्तमान विधायक कैलाश मेघवाल के भाजपा सरकार में गृहमंत्री बनने बनने के समय यह मांग मुखर हुई तभी से मेघवाल इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। वर्तमान में भी मेघवाल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इस संबंध में आखिरी तक प्रयास किया था। 

मेघवाल का कहना है

शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल का कहना है कि आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा शाहपुरा को जिला बनाने की घोषणा कर ऐतिहासिक शाहपुरा को एक बार फिर से ऐतिहासिक बना दिया है। शाहपुरा जिला बनने के लिए डिजर्व कर रहा था। काफी प्रयास किये है।

आज सफलता मिल ही गयी है। अब शाहपुरा का और अधिक विकास हो सकेगा। 1952 से शाहपुरा रिजर्व सीट रही है पर उन्होंने सबका साथ विकास के सिद्वांत पर शाहपुरा में तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया है। यह लोकतंत्र की ही जीत है। इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार।

उल्लेखनीय है कि शाहपुरा के विकास के लिए राजाधिराज स्वर्गीय सुदर्शन देव, प्रोफेसर गोकुल लाल आसावा, मेजर दौलत सिंह,चंदन सिंह भड़कतिया, किस्तूर चंद तोषनीवाल, स्वर्गीय लक्ष्मी दत्त जी कांटिया, स्वर्गीय रमेश चंद्र ओझा, लादूराम व्यास सहित कई वो अनाम उत्सर्ग है जिन्होंने इस हमारी मातृभूमि के विकास के सपने देखे। आज शाहपुरा के जिला बनने का सपना फलीभूत होते देख पाते हैं।

स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा स्थापित यज्ञशाला, शाहपुरा के ऐतिहासिक परकोटा, शाहपुरा की ऐतिहासिक खाईयां, ऐतिहासिक राज महल, ऐतिहासिक शिकार गाह ओदी सहित वह सभी पूरा सम्पदाए जो शाहपुरा में मौजूद है। लेकिन पर्याप्त पहुंच नहीं होने की वजह से हम लोग हतोत्साहित होकर बैठ गए। संरक्षित नहीं कर पाए।

प्रतिक्रियाएं

नगर पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी ने कहा है कि 1952 से पिछडे शाहपुरा को आज विधायक कैलाश मेघवाल के प्रयासों से जिला बनाया गया है। यह मेघवाल व मुख्यमंत्री गहलोत के दोस्ताना संबंधों के कारण हो सका है। मुख्यमंत्री ने सदन में मेधवाल का नाम पुकार कर इसे साबित कर दिया है। 

पीसीसी मेंबर संदीप जीनगर ने कहा है कि चार दिन पूर्व भी कांगे्रस जनोंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर जिला बनाने की मांग की थी जिस पर उनके द्वारा सकारात्मक संदेश दिया गया था

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम