जयपुर। कोल इंडिया की ओर से कोयले की पर्याप्त आपूर्ति नहीं किए जाने के कारण राज्य में कोयला संकट गहरा गया है। ऐसे में राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम के बिजली संयंत्र बंद होने की नौबत आ गई है। राज्य में करीब दस दिनों से चल रहे इस संकट के बीच कोटा और छबडा में कुछ स्थिति सुधरी है किन्तु सूरतगढ में कोयला लगभग पूरा समाप्त हो गया है। इसके कारण इसकी यूनिट को भी बंद करना पड गया है।
भीषण गर्मी के इस दौर में प्रदेश में बिजली उत्पादन यूनिटों के बंद होने के कारण अब बिजली संकट की आशंका गहराती जा रही है। उत्पादन निगम के अधिकारियों का कहना है कि कोयले की पर्याप्त उपलब्धता नहीं होने के कारण यह स्थिति बन रही है। राज्य में उत्पादन ठप होने की दशा में प्रदेश की बिजली कम्पनियां पूर्ण रूप से उत्तरी ग्रिड से बिजली खरीदने पर मजबूर हो जाएंगे। ऐसे में महंगी बिजली भी खरीदनी पड सकती है।
कोल इंडिया में गहराया संकट
कोयले का यह संकट राजस्थान ही नहीं बल्कि अनेक राज्यों में गहराया हुआ है। देश में कोयले की आपूर्ति कोल इंडिया के माध्यम से की जाती है। कोल इंडिया की कोयला खानों से कोयला निकालकर ट्रेनों के माध्यम से राज्यों में भेजा जाता है। अधिकारियों के अनुसार फिलहाल खनन कार्य के दौरान पर्याप्त कोयला नहीं निकल पा रहा है साथ ही रेलवे की ओर से कोयला लाने के लिए ट्रेनों की उपलब्धता भी नहीं हो पा रही है। इसके कारण यह कोयला संकट बढता ही जा रहा है।
हो सकती है अघोषित कटौती
सूरतगढ में बिजली उत्पादन बंद होने के बाद यदि कोटा और छबडा में भी यहीं स्थिति बनी तो राज्य में बिजली की कमी हो जाएगी और ऐसे में बिजली कम्पनियों के पास बिजली की कटौती ही अंतिम विकल्प होगा। गर्मी की तीव्रता को देखते हुए अब उत्पादन निगम के अधिकारी कोल इंडिया से लगातार संपर्क बनाकर कोयले की उपलब्धता निश्चित करने में जुटे हुए हैं।
इनका कहना है-
कोल इंडिया से कोयले की आपूर्ति नहीं हो रही है, फिलहाल कोयले की कमी के कारण सूरतगढ में एक यूनिट को बंद किया गया है। जल्द ही इस संकट से उबरने की संभावना है।
पी.एस. आर्य, निदेशक प्रोजेक्ट, उत्पादन निगम।