सवा लाख दीपक से जगमगाया मेवाड़ की अयोध्या घोड़ास का गोविन्द सरोवर

Dr. CHETAN THATHERA
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बागोर/(विष्णु विवेक)/ राजस्थान के जिले के बागोर क्षेत्र स्थित डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास में कार्तिक मास की शुरुआत 20 अक्टूम्बर शरद पूर्णिमा के दिन से ही अखण्ड सीताराम सीताराम नाम जाप के साथ प्रारम्भ हुई थी । जिसकी कार्तिक पुर्णिमा पर शुक्रवार पूर्णिमा के दिन गोविन्द सरोवर तट पर सवा लाख दीपको से भव्य दीपदान के बाद ठाकुर जी को लगने वाले छप्पनभोग की झाँकी की महाआरती के साथ ही पूर्णाहुति भी की गई ।

डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास के ब्रम्हलीन महंत गोविंददास जी महाराज की स्मृति में यहां निर्मित गोविंद सरोवर व उसके किनारे पर प्रतिवर्ष 3 लाख दीपो से भव्य दीपदान का आयोजन किया जाता रहा हैं जबकि पिछले वर्ष 7 लाख इक्यावन हजार दीपकों से भव्य और ऐतिहासिक दीपदान हुआ था। जबकि इस वर्ष पिछले दो दिनों से जारी बरसात के कारण सवा लाख दीपक ही प्रज्वलित किये गए ।


डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास व चारभुजा चम्पाबाग करेड़ा के महंत सरजुदास महाराज के सानिध्य में मेवाड की छौटी अयोध्या कहे जाने वाले डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास स्थित गोविंद सरोवर पर लाखों की संख्यां में भक्तो द्वारा दीपक प्रज्ज्वलित करके सांयकाल गोविंद सरोवर पर भव्य दीपदान किया गया।

डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास में महंत सरजुदास महाराज के सानिध्य में आयोजित होने वाले इस 17वें कार्तिक महोत्सव को बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ यहां बने “गोविंद सरोवर तट पर भारत की नई अयोध्या धाम” नाम से प्रसिद्ध स्थान पर “देव दिवाली” कार्तिक महोत्सव को भव्य रूप से मनाया गया। इससे पूर्व कार्यक्रम में कार्तिक मास के आरंभ होने के साथ ही गोविन्द सरोवर किनारे बनी 11 कुटियाओं में अखंड सीताराम नाम जाप का आयोजन आस पास के कई गांवों से आये भक्तो द्वारा नियमित किया जा रहा था।

वही समाधि स्थल पर भी विगत एक माह से अखंड रामायण पाठ का आयोजन भी किया जा रहा था। जबकि निज हनुमान मंदिर में अखण्ड हनुमान चालीसा पाठ और महादेव मंदिर में अखण्ड रामधुनी की जा रही थी । जिनकी पूर्णाहुति भी शुक्रवार सांय कालीन गौधूलिक वैला की महाआरती के पश्चात की गई।

गोविन्द सरोवर किनारे अखण्ड रामनाम सीताराम नाम का जाप की हुई पूर्णाहुति

डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास में गोविन्द सरोवर के किनारे पर बनी 11 कुटियाओं में आस पास के कई गाँवों से आये भक्तो द्वारा 20 अक्टूम्बर से अखण्ड रामनाम की धूनी का जाप किया जा रहा था । वही ब्रम्हलीन महंत गोविन्ददास जी महाराज की समाधि स्थल पर भी कार्तिक मास की शुरुआत से ही रामायण पाठ का आयोजन भी किया जा रहा था ।

पूर्व में यहां 11कुटियाएँ ही थी मगर रामधुनी बोलने वाले भक्तो की भीड़ को देखते हुए गोविंद सरोवर किनारे अब और अस्थाई कुटियाये भी बनाई गई थी उन सभी कुटियाओ में पूरे कार्तिक महीने में सीताराम नाम की रामधुनी जाप किये जा रहे थे। जिससे मंदिर परिषर सहित सम्पूर्ण घोड़ास नगरी रामनाम सीताराम के नाम से गुंजायमान हो रही थी।

-दुल्हन की तरह सजा हनुमान मन्दिर

कार्तिक पूर्णिमा महोत्सव को लेकर डाँग के हनुमान मंदिर को जलगांव के नाना प्रकार के फूलो के साथ ही आकर्षक विद्युत रोशनी से दुल्हन की तरह सजाया गया। वही इस प्रोग्राम में उड़ाया गया ड्रोन भी भक्तो में आकषर्ण का केंद्र बिंदु बना रहा ।

संतो ने की छप्पन भोग और गोविंद सरोवर की महाआरती।

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहां गोविंद सरोवर किनारे सजी छप्पन भोग की झांकी की के साथ ही महंत सरजुदास महाराज के साथ ही अन्य सन्तो के सानिध्य में महाआरती की गई तद्पश्चात छप्पन भोग का प्रसाद वितरण किया गया ।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम