चित्तौडगढ/ कांग्रेस के चर्चित विधायक राजेंद्र बिधूड़ी पर अब पुलिस पूरी तरह से शिकंजा करने के मूड में आ गई है और इस दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हुए रावतभाटा पुलिस ने विधायक के निजी सहायक तथा उसके साथी दो शराब ठेकेदार को एक होटल संचालक से मारपीट कर अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है ।
घटना के अनुसार रावतभाटा थाना पुलिस को सूचना मिली कि कोटा मार्ग पर एक युवक लहू लुहान बेहोशी की हालत में पड़ा है । इस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और उसे अस्पताल भर्ती कराया ।
पूछताछ में युवक ने अपना नाम नितेश पुष्पा कर निवासी कोटा होना बताया नितेश ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि रावतभाटा में वह होटल संचालित करता है और रात को वह होटल मे काउंटर पर बैठा था तभी एक वाहन में सवार होकर रावतभाटा निवासी नारायण गुर्जर रंजन सिंह निवासी बिहार तथा जयराम ठाकुर निवासी झारखंड आए और आते ही उन्होंने उस पर हथियारों व लाठियों से मारपीट शुरू कर दी तथा उसे जबरन उठाकर कार में डाल कोटा की ओर जाने लगी लेकिन उसे बेहोश हो जाने से उन तीनों ने उसे मरा हुआ समझ लिया और रास्ते में फेंक गए।
होटल संचालक नितेश के बयान के आधार पर रावतभाटा थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छानबीन करके दबिश देकर तीनों आरोपियों को धर दबोचा पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए नारायण गुर्जर विधायक राजेंद्र बिधूड़ी का निजी सहायक है जबकि दो अन्य उसके साथी शराब ठेकेदार हैं।
विदित है की राजेंद्र बिधूड़ी हमेशा अपनी कार्यशैली को लेकर काफी चर्चाओं में रहते हैं और पुलिस उन पर हाथ डालने से कतराती रही है लेकिन चित्तौड़गढ़ की नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन की नियुक्ति के बाद राजनीतिक दबाव में काम करने वाली जिले की पुलिस अब विधायक विधूडी के खिलाफ मुखर हो गई है।। प्रीति जैन ने कार्यभार संभालते ही बेगू विधानसभा क्षेत्र के सभी थानों और चौकियों पर लगे विधायक बिधूड़ी के समर्थक और गुर्जर अधिकारियों को थानों और चौकियों से हटा दिया गया है क्योंकि इन अधिकारियों के रहते हुए विधायक बिधूड़ी के समर्थकों साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की जाती थी।
विदित है विधायक राजेंद्र बिधूड़ी ने थानाधिकारी संजय गुर्जर के साथ बड़ी बदतमीजी और दुर्व्यवहार किया था इसका वीडियो और ऑडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था और इस को लेकर सरकार की उस समय भी किरकिरी हुई थी इसके बाद अभी हाल ही में कोटा के देवा गुर्जर हत्याकांड में भी विधूडी के साथियों की गिरफ्तारी और उनका नाम आने और अब यह विधूडी के निजी सहायक की गिरफ्तारी को लेकर सरकार की छवि पर आंच आई है और इसका खामियाजा संभवत है कांग्रे स्कोर उठाना पड़ सकता है।