चित्तौड़गढ़ /लोकेश शर्मा । जिला पुलिस अधीक्षक के नाम पर चित्तौड़गढ़ विधायक आक्या को फोन कर 10 लाख की ठगी करने का प्रयास करने वाले को गिरफ्तार किया गया। जानकारी के अनुसार विधायक चंद्रभानसिंह आक्या ने एक रिपोर्ट दी कि 30 मई को करीब शाम 4 बजे एक अज्ञात व्यक्ति ने फ़ोन किया और अपने आप को एसपी दीपक भार्गव का नाम बताते हुए अपना परिचय दिया। उसके बाद अज्ञात व्यक्ति ने अपना व्हाट्सएप्प नंबर देते हुए उसमें फ़ोन करने की बात की। इस पर विधायक आक्या ने उसके व्हाट्सएप्प नंबर पर फ़ोन किया।
अज्ञात व्यक्ति ने कहा कि मेरे रिश्तेदार उदयपुर के अमेरिकन हॉस्पिटल में भर्ती है और आप मुझे वहां 10 लाख की व्यवस्था करते जिससे में हॉस्पिटल का पेमेंट कर दूं। विधायक आक्या ने रिपोर्ट में बताया कि मैंने एसपी भार्गव समझ कर हां कर दी क्योंकि नंबर पर भी दीपक भार्गव का ही नाम अंकित हो रहा था। इसलिए विश्वास कर रुपयों की व्यवस्था के लिए हां कर दी। इसके बाद फोन रखने के बाद विधायक आक्या ने अपने चचेरे भाई महिपाल सिंह, जो कि उदयपुर में रहते हैं, से बात कर रुपयों की व्यवस्था करने को कहा।
घटनाक्रम के 20 मिनट बाद जब विधायक आक्या ने एसपी भार्गव को फोन कर कर तथ्यों से अवगत कराया तो एसपी भार्गव ने बताया कि उन्होंने किसी भी तरह का फोन नहीं किया और ना ही मदद के लिए 10 लाख रुपए मांगे। एसपी भार्गव ने विधायक आप क्या को धोखाधड़ी एवं ठगी से बचने के लिए पेमेंट रुकवाने के लिए कहा और सदर थाने में तुरंत इसकी रिपोर्ट करने के लिए कहा।
रिपोर्ट के बाद पुलिस जांच में जुट गई। आरोपी के मोबाइल नंबर की लोकेशन के आधार पर आरोपी की पहचान कर पुलिस विशेष टीम का गठन कर पाली भेजा गया, जहां पर सुरेश उर्फ भैराराम उर्फ भेरिया पुत्र भंवरलाल घांची निवासी रजत नगर, रामदेव रोड, पाली, थाना कोतवाली को डिटेन कर चित्तौड़ लाया गया।
पूछताछ के दौरान उसने पुलिस अधीक्षक के नाम पर ठगी करने का प्रयास करना स्वीकार किया। घटना में प्रयुक्त मोबाइल बरामद किया गया। आरोपी सुरेश एक ठग है जिसके विरूद्ध पूर्व में भी ठगी व अन्य के 47 प्रकरण दर्ज है। जो विधायक, मंत्री व अन्य बडे अधिकारी बन कर ठगी करने का आदी है। सुरेश घांची पुलिस थाना कोतवाली पाली का हिस्ट्रीशीटर भी है।