Jaipur News – कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा (Medical Minister Dr. Raghu Sharma) ने कहा है कि अस्पताल में लाए गए बच्चे गंभीर हालत में थे तथा इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। उन्होंने भाजपा पर अस्पताल की दुर्दशा और इस मामले में राजनीति करने का आरोप भी लगाया है। वर्ष 2012 में जेके लोन अस्पताल में 60 बैड की वित्तीय स्वीकृति भी जारी की गई थी जिसे बाद में भाजपा सरकार ने रोक दिया।
अगर वहां 60 बैड होते तो बच्चों को संक्रमण नहीं होता
चिकित्सा मंत्री ने गुरूवार को एक बयान जारी कर कहा कि बच्चों की मौत का मामला सामने आने के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार किया गया है और वहां पर 26 वार्मर सही किए गए हैं। इसके अलावा अब वहां सेन्ट्रलाइज्ड ऑक्सीजन सिस्टम का काम भी पूरा कर लिया गया है। स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए 9 नर्सिंग स्टाफ लगाया है साथ ही संक्रमण की मानीटरिंग के लिए सिस्टम को दुुरुस्त किया गया है। सरकार ने अस्पताल में उपकरणों की मरम्मत के लिए एक करोड रुपए भी जारी किए हैं।
अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम
जेके लोन अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम अब भी जस का तस है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल के आसपास गंदगी का जमावडा है और अस्पताल में चूहों की भरमार है। ये चूहे आए दिन चिकित्सकीय उपकरणों के तार काट देते हैं जिसके कारण ये उपकरण भी खराब हो जाते हैं। इसके अलावा क्षेत्र में आवारा पशुओं की भी भरमार है।