जयपुर।राज्यसभा चुनाव में 3 सीटों पर कांग्रेस आलाकमान की ओर से बाहरी उम्मीदवारों को मौका दिए जाने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने सवाल उठाए तो मुख्यमंत्री के ही करीबी राजीव अरोड़ा ने उनकी बाहरी नेताओं को टिकट दिए जाने की मांग याद दिलाई जिस पर दोनों के बीच ट्विटर पर भिड़ंत हो गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी दोनों नेताओं के बीच ट्विटर भिड़ंत को लेकर कांग्रेस के सियासी गलियारों में भी चर्चाएं खूब हैं।
दरअसल कांग्रेस आलाकमान की ओर से जैसे ही तीनों सीटों पर स्थानीय की बजाय बाहरी नेताओं को प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा की गई तो उसके बाद देर रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने प्रत्याशी चयन पर सवाल खड़े किए थे।
मेरे मित्र @SanyamLodha66 अख़बारों के अनुसार सबसे पहले आपने ही तीन उम्मीदवार बाहर के लाने की सलाह दी थी,आपकी राय को काफ़ी महत्व मिला लगता है बस नाम बदल गए।आप तो प्रसन्न होने चाहिए @INCRajasthan @INCIndia @ProfCong https://t.co/PJu33QJBub
— RAJIV ARORA (@rajivarorajpr) May 29, 2022
संयम लोढ़ा ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि “कांग्रेस पार्टी को यह बताना चाहिए कि राजस्थान के किसी भी कांग्रेसी नेता कार्यकर्ता को राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाने के क्या कारण हैं?
जिस पर कांग्रेस नेता और मुख्यमंत्री गहलोत के करीबी राजीव अरोड़ा ने ट्वीट करते हुए संयम लोढ़ा को उनकी की पुरानी मांग की याद दिलाई और लिखा कि मेरे मित्र संयम लोढ़ा अखबारों के अनुसार सबसे पहले आपने ही 3 उम्मीदवार बाहर के लाने की सलाह दी थी। आपकी राय को काफी महत्व मिला लगता है। बस नाम बदल गए हैं आप तो प्रसन्न होने चाहिए।
इस पर संयम लोढ़ा ने फिर ट्वीट करते हुए राजीव अरोड़ा को कहा कि मैंने राय राष्ट्रीय संदर्भ में दी थी। न दिल्ली को समझ आई और ना मेरे बड़े भाई राजीव अरोड़ा को समझ आई।
इन नेताओं को प्रत्याशी बनाने की मांग की थी संयम लोढ़ा ने
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को राज्यसभा भेजने की मांग कांग्रेस आलाकमान से की थी।