करौली और ब्यावर में सांप्रदायिक तनाव को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से लिया हालात का जायजा
सोशल मीडिया पर भी नजर रखने के निर्देश
जयपुर। प्रदेश में करौली और ब्यावर में सांप्रदायिक तनाव के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर आज अचानक कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक बुलाई। दोपहर 1:30 बजे मुख्यमंत्री आवास पर शुरू हुई बैठक में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, मुख्य सचिव उषा शर्मा, पुलिस महानिदेशक लाठर, एडीजी इंटेलिजेंस सहित गृह विभाग की भी अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोनों स्थानों पर हुए सांप्रदायिक तनाव के हालातों का अधिकारियों से फीडबैक लिया और दोनों ही जगह पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जाए चाहे वह किसी भी धर्म और जाति का हो। सीएम गहलोत ने अधिकारियों को इस बात के भी निर्देश दिए हैं कि करौली घटनाक्रम के पीछे कोई बड़ी साजिश हो सकती है ऐसे में इस साजिश का भी जल्द से जल्द पर्दाफाश किया जाए और दोषियों को गिरफ्तार किया जाए। हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करौली में कर्फ्यू की भी समीक्षा की और कर्फ्यू में ढील देने का फैसला स्थानीय स्तर पर ही लेने वह कहा है।
गहलोत ने अधिकारियों को इस बात के भी निर्देश दिए हैं कि खुफिया तंत्र को और मजबूत किया जाए जिससे कि इस तरह की अनहोनी घटनाओं पर पहले से ही काबू किया जाए।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस महानिदेशक को भी निर्देश दिए हैं कि आने वाले दिनों में रमजान के साथ-साथ कई और त्योहार भी आने वाले हैं जिन पर बाजारों और अन्य जगह पर पुलिस फोर्स तैनात रहे और जरा सी सुगबुगाहट होने पर भी फौरन मामले को नियंत्रण में लिया जाए।
सोशल मीडिया पर रखें पैनी नजर इन दोनों मामलों को लेकर सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने के लिए होने प्रसारित होने वाले वीडियो और मैसेज पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं, और जो भी लोग इस तरह के कृत्य करते पाए जाए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
इससे पहले पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को करौली सांप्रदायिक तनाव और ब्यावर मामले को लेकर फीडबैक दिया और कहा कि वहां पर अब स्थिति नियंत्रण में है। कुछ लोगों को राहत में लिया गया है जिससे पूछताछ चल रही है जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा कि आखिर इन घटनाओं के पीछे कौन जिम्मेदार है।
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में करौली विधायक लाखन सिंह मीणा से भी फोन पर बात की और हालात का जायजा लिया।
वही आज सुबह बाड़मेर में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करौली हिंसा के पीछे किसी बड़ी साजिश की आशंका व्यक्त की थी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि करौली हिंसा के पीछे कुछ बड़ी ताकतों का हाथ दिन का पर्दाफाश करके जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।