राजस्थान में कुर्सी की लडाई,गांधी परिवार की किरकारी,कांग्रेस की पोल खुली,बदल सकता CM ?

Dr. CHETAN THATHERA
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नई दिल्ली/ जयपुर/ राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर चल रहे घमासान और सियासी घटनाक्रम को लेकर एक और जहां कांग्रेस की अंदरूनी खींचतान और अनुशासन की पोल खुल गई है ।

वहीं दूसरी ओर इस घटनाक्रम से आलाकमान गांधी परिवार की देशभर में किरकिरी भी हो रही है। आलाकमान इस घटनाक्रम से काफी खफा है और और अशोक गहलोत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर भी हो सकते हैं हालांकि यह संभावना है वास्तविक स्थिति तो 30 सितंबर को स्पष्ट हो पाएगी।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव और राजस्थान में नए मुख्यमंत्री थे के चयन को लेकर कांग्रेसमें जो घमासान मचा और गहलोत गुट द्वारा आलाकमान सोनिया गांधी और राहुल गांधी द्वारा राजस्थान में नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर किए गए नियुक्त पर्यवेक्षकों और आलाकमान के निर्देशों की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके समर्थकों द्वारा बगावत कर देने के बाद से जहां आलाकमान अथातो सोनिया गांधी काफी खफा है वही इस घटनाक्रम से देशभर में गांधी परिवार की बिक्री हुई है और अब यह बात पार्टी के आलाकमान के अहम और स्वाभिमान पर आ गई है।

राजनीतिक विशेषज्ञों और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का मानना है कि अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ से बाहर हैं और अन्य नेता जो 30 सितंबर से पहले नामांकन भरेंगे वह भी बाहर हैं अब इस दौड़ में मुकुल वासनिक मल्लिकार्जुन खड़के के सी वेणुगोपाल और दिग्विजय सिंह अध्यक्ष पद की दौड़ में चल रहे हैं ।

राजनीतिज्ञ विशेषज्ञों कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का मानना है कि जिस अशोक गहलोत को पार्टी की कमान मिलने वाली हो और वह इस तरह का बगावती तेवर दिखा दे तो कौन उन्हें अध्यक्ष के तौर पर स्वीकार करेगा अब यही वजह है कि नए घटनाक्रम में गहलोत पार्टी अध्यक्ष पद की दावेदारी से दूर कर दिया जा सकता है ?

जिंदगी भर आलाकमान आलाकमान की रट लगाने वाले अशोक गहलोत को अब धीरे से हाशिए पर ला दिया जाएगा क्योंकि राजनीति में आखिर कोई किसी का नहीं होता सिंह दिग्विजय सिंह लालकृष्ण आडवाणी जैसे कई उदाहरण सामने हैं । 

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सचिन पायलट तो अब मुख्यमंत्री बनने से रहे लेकिन गहलोत भी अब शायद मुख्यमंत्री पद पर नहीं रह पाएंगे आलाकमान की नाराजगी के पास हां यह हो सकता है कि मुख्यमंत्री के पद पर अशोक गहलोत के विश्वस्त और पसंदीदा को बिठाया जा सकता है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम