
ऑटो चालक और अन्य वाहन चालक भी इस गुमटी में बैठकर भोजन करते हैं
भरतपुर (राजेन्द्र जती ) केंद्रीय विद्यालय के बाहर सैकड़ों वर्ष पुरानी बनी गुमटी हादसों को निमंत्रण दे रही है ,आए दिन इस गुमटी में से पत्थर गिरते रहते हैं । इस गुमटी में बैठकर स्कूल के बच्चे अपने परिजनों का इंतजार करते हैं साथ ही इस गुमटी के आसपास बच्चे घूमते रहते हैं । इतना ही नहीं स्कूल छोड़ने आने वाले ऑटो चालक और अन्य वाहन चालक भी इस गुमटी में बैठकर भोजन करते हैं और स्कूल की छुट्टी होने का इंतजार करते है ।यह गुमटी कभी भी गिर सकती है ।
हालांकि केंद्रीय विद्यालय प्रबंधन द्वारा कई बार इस गिरासू गुमटी की जानकारी जिला प्रशासन को दे दी गई है और इसे गिराने का आग्रह भी स्कूल प्रबंधन द्वारा किया जा चुका है लेकिन प्रशासन कोई भी कार्यवाही नहीं कर रहा है । शायद लगता है कि प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है । इस विद्यालय में सेना के जवानों के अलावा अधिकारियों और आमजन के भी बच्चे अध्ययन करने के लिए आते हैं और करीब करीब सभी अधिकारियों को इस गिरासू गुमटी की जानकारी है लेकिन इस गिरासू गुमटी को उतरवाने की प्रशासन द्वारा हिमाकत नहीं की जा रही है । इन दिनों बरसात का दौर चल रहा है और इसमें से धीरे धीरे पत्थर गिरते रहते हैं ।
कई बार हादसे होते होते भी बचे हैं । गर्मी में धूप से बचने और बरसात में पानी से बचने के लिए स्कूली बच्चे तथा अन्य लोग इस गुमटी में खड़े हो जाते हैं । हालांकि स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों को इस गुमटी से दूर रखने के भरसक प्रयास किए जाते हैं फिर भी नजर बचते ही बच्चे इधर-उधर गुमटी के आसपास घूमते रहते हैं और इस में खेलते रहते हैं।
इस गुमटी को जल्द ही नहीं गिराया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है । स्कूल के अध्यापकों के अलावा बच्चों के अभिभावक भी डरे सहमे से रहते हैं और स्कूल प्रबंधन को इसकी शिकायत करते हैं लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं होने से लोगों के मन में हमेशा डर बना रहता है ।