टोंक, (फिरोज़ उस्मानी)। कई राज्यों में चल रही एटीएम में नगदी की परैशानी का असर अब टोंक जिले में देखने को मिल रहा है। सावे शुरू होने के चलते अचानक कैश की डिमांड बढ़ी है। कई एटीएम में कैश की किल्लत है। इसके चलते लोगों को परैशानी का सामना करना पड़ रहा है। हांलाकि टोंक के एटीएम में ये परैशानियां आए दिन की है।
शहर के कई एटीएम एैसे है, इनमें हमेशा कैश की दिक्कत आड़े आती रही है। बहुत से एटीएम तो बंद पड़े हुए है। इन बंद एटीएम को सही भी नही किया जा रहा है। शादी के सीजन होने के चलते लोगों को कैश की आवश्यकता पड़ रही है। जिसके चलते लोग एक एटीएम से दूसरे एटीएम के चक्कर काटने को मजबूर है। जिला महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष ज़ेबा खान कमेटी का कहना है, कि ये सही है, कि टोंक में भी कैश की परैशानी है, यहां के एटीएम में कैश की प्रोब्लॅम देखने को मिल रही है। कैश की परैशानी भाजपा द्वारा की गई नोटबंदी से शुरू हो गई थी। कैश का असर सब जगह देखने को मिल रहा है। ज़ेबा खान ने बताया कि में स्वयं कैश निकलवाने के लिए कल चार एटीएम के चक्कर काटकर आई। पॉचवें एटीएम में जाकर कैश मिला वो भी आधा घंटा लाईन में खड़े होने के बाद। एक बैंक के एटीएम पर खड़े शार्गिद-पैशा निवासी नईम, गुलजार बाग निवासी पप्पू, तख्ता निवासी श्याम गर्ग, अलीगढ़ निवासी उमेश उर्फ कालू आदि ने बताया कि एटीएम में कैश की काफी दिक्कत आ रही है। प्रर्याप्त कैश देने में कई एटीएम सक्षम नही है। जिसके चलते एक एटीएम से दूसरे एटीएम के चक्कर लगाने पड़ रहे है।