BTP के व्हिप ने बढ़ाई विधायकों की टेंशन, राज्यसभा चुनाव की वोटिंग में भाग नहीं लेने के निर्देश

Sameer Ur Rehman
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जयपुर। प्रदेश में 4 सीटों पर हो रहे राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर बसपा के बाद अब भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) ने भी अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया है और दोनों विधायकों को राज्यसभा चुनाव की वोटिंग में भाग नहीं लेने के निर्देश दिए गए हैं।

हालांकि इससे पहले बीटीपी विधायक राजकुमार रौत और रामप्रसाद डंडोर ने 2 दिन पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करके राज्यसभा चुनाव में समर्थन देने का दावा किया था। हालांकि उन्होंने कांग्रेस बाड़ेबंदी में शामिल नहीं होकर उदयपुर में ही एक अन्य होटल में रुकने की बात कही थी।

इधर अब पार्टी की ओर से राज्यसभा चुनाव में व्हिप जारी करने और मतदान से दूर रहने के निर्देशों के बाद दोनों विधायक भी असमंजस की स्थिति में है कि राज्यसभा चुनाव में सरकार का साथ दें या फिर पार्टी का भी व्हिप मानें।

इससे पहले भारतीय ट्राइबल पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉक्टर वेलाराम घोघरा ने अपने दोनों विधायकों रामप्रसाद डंडोर और राजकुमार रौत को व्हिप जारी करते हुए पत्र भी लिखा है और पत्र में कहा कि कि साल 2018 में विधानसभा चुनाव में सागवाड़ा और चौरासी की जनता ने बीटीपी प्रत्याशियों को विधानसभा भेजकर इतिहास रचा था। क्षेत्र की जनता की मांगों को विधानसभा में जोरदार ढंग से उठाया।

यही नहीं, बीटीपी ने सियासी संकट के दौरान भी कांग्रेस सरकार को मजबूती देने के लिए उसका साथ दिया, लेकिन हमारे कुछ मांगे हैं जिन्हें सरकार पूरा नहीं कर पाई। 2 अक्टूबर 2020 को कांकरी डूंगरी प्रकरण पर उच्च स्तरीय जांच के लिए राज्यपाल और मुख्यमंत्री को 7 सूत्री मांग पत्र देकर इस प्रकरण में एसआईटी के गठन के अलावा समय-समय पर कई ज्ञापन पत्र क्षेत्र के मतदाताओं की भावना के अनुसार दिए हैं लेकिन आज तक हमारी मांगों की अनदेखी की गई है।

काकडी डूंगरी अन्य प्रकरण में दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग पर भी सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया है। इसलिए अब बीटीपी विधायकों को सरकार का साथ नहीं देकर राज्यसभा चुनाव से तटस्थ रहना चाहिए।

व्हिप के बाद बीटीपी विधायकों के फैसले पर होगी नजर

इधर बीटीपी विधायकों के लिए व्हिप जारी होने के बाद अब दोनों विधायकों पर सभी की निगाहें होंगी कि बीटीपी विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दिए गए आश्वासन को पूरा करते हैं या फिर पार्टी का व्हिप मानने के लिए मजबूर होते हैं।

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Editor - Dainik Reporters http://www.dainikreporters.com/