बसपा विधायकों का विलय अशोक गहलोत का मास्टर स्ट्रोक, पायलट चारों खाने चित

liyaquat Ali
3 Min Read

Jaipur News : बहुजन समाज पार्टी BSP के सभी 6 विधायकों का कांग्रेस में विलय करवाने के बाद अशोक गहलोत Ashok Gehlot की टीम बहुत मजबूत हो गई है। अब तक डांवाडोल स्थिति में चल रहे अशोक गहलोत Ashok Gehlot ने स्थिर सरकार देने की शुरुआत कर दी है। हालांकि बसपा BSP MLA विधायकों का विलय कर उन्होंने कुछ नेताओं से दुश्मनी भी ले ली है इसके परिणाम आने वाले समय में मध्यप्रदेश में देखने को मिल सकते है।

 

Contents
Jaipur News : बहुजन समाज पार्टी BSP के सभी 6 विधायकों का कांग्रेस में विलय करवाने के बाद अशोक गहलोत Ashok Gehlot की टीम बहुत मजबूत हो गई है। अब तक डांवाडोल स्थिति में चल रहे अशोक गहलोत Ashok Gehlot ने स्थिर सरकार देने की शुरुआत कर दी है। हालांकि बसपा BSP MLA विधायकों का विलय कर उन्होंने कुछ नेताओं से दुश्मनी भी ले ली है इसके परिणाम आने वाले समय में मध्यप्रदेश में देखने को मिल सकते है।बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल हो जाने के बाद मुख्यमंत्री गहलोत का गुट मजबूत हुआ है, वही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट Sachin Pilot की सारी रणनीति धरी की धरी रह गई है। गहलोत Gehlot ने बड़ा गेम खेलते हुए अपने पक्ष के विधायकों की संख्या भी बढ़ा दी वही एक बार फिर राजनीतिक कुशलता का परिचय देते हुए पायलट Pilot को धूल चटा दी।राजनीति के मंजे हुए खिलाड़ी अशोक गहलोत Ashok Gehlot को सचिन पायलट  Sachin Pilot कई बार राजनीतिक मुद्दों से टक्कर देते आए हैं। हाल ही में दिल्ली में हुई बैठक में सोनिया गांधी Sonia Gandhi ने पायलट को बुलाकर यह संदेश दिया था कि अभी पायलट Pilot की पहुंच कम नहीं हुई है। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में कयास थे कि पायलट Pilot  मुख्यमंत्री को पटकनी दे सकते हैं लेकिन इसके कुछ दिनों बाद ही अशोक गहलोत ने बड़ा गेम खेलते हुए पायलट को धूल चटा दी।बसपा विधायकों BSP MLA’S का कांग्रेस में आना कोई बड़ी बात नहीं है वे इससे पहले 2009 में भी कांग्रेस में आ चुके थे। लेकिन इस बार परिस्थितियां कुछ अलग है अब तक सरकार को बाहर से समर्थन दे रही बसपा ने कांग्रेस से दूरी बनाने की घोषणा कर दी है। इसका सीधा असर मध्यप्रदेश में पड़ेगा जहां कांग्रेस Congress  की सरकार बसपा BSP की अनुकंपा पर ही चल रही है। कोई बड़ा निर्णय होता है तो कमलनाथ की सरकार गिर भी सकती है इसका सीधा इल्जाम अशोक गहलोत Ashok Gehlot पर आएगा।

बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल हो जाने के बाद मुख्यमंत्री गहलोत का गुट मजबूत हुआ है, वही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट Sachin Pilot की सारी रणनीति धरी की धरी रह गई है। गहलोत Gehlot ने बड़ा गेम खेलते हुए अपने पक्ष के विधायकों की संख्या भी बढ़ा दी वही एक बार फिर राजनीतिक कुशलता का परिचय देते हुए पायलट Pilot को धूल चटा दी।

राजनीति के मंजे हुए खिलाड़ी अशोक गहलोत Ashok Gehlot को सचिन पायलट  Sachin Pilot कई बार राजनीतिक मुद्दों से टक्कर देते आए हैं। हाल ही में दिल्ली में हुई बैठक में सोनिया गांधी Sonia Gandhi ने पायलट को बुलाकर यह संदेश दिया था कि अभी पायलट Pilot की पहुंच कम नहीं हुई है। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में कयास थे कि पायलट Pilot  मुख्यमंत्री को पटकनी दे सकते हैं लेकिन इसके कुछ दिनों बाद ही अशोक गहलोत ने बड़ा गेम खेलते हुए पायलट को धूल चटा दी।

बसपा विधायकों BSP MLA’S का कांग्रेस में आना कोई बड़ी बात नहीं है वे इससे पहले 2009 में भी कांग्रेस में आ चुके थे। लेकिन इस बार परिस्थितियां कुछ अलग है अब तक सरकार को बाहर से समर्थन दे रही बसपा ने कांग्रेस से दूरी बनाने की घोषणा कर दी है। इसका सीधा असर मध्यप्रदेश में पड़ेगा जहां कांग्रेस Congress  की सरकार बसपा BSP की अनुकंपा पर ही चल रही है। कोई बड़ा निर्णय होता है तो कमलनाथ की सरकार गिर भी सकती है इसका सीधा इल्जाम अशोक गहलोत Ashok Gehlot पर आएगा।

Share This Article
Follow:
Sub Editor @dainikreporters.com, Provide you real and authentic fact news at Dainik Reporter.
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *