
जयपुर। राजस्थान में 29 अगस्त से 5 अक्टूबर तक होने वाले ग्रामीण खेलों के पहले महाकुंभ के आयोजन को लेकर अब सियासत भी तेज होने लगी है। ग्रामीण खेलों के महाकुंभ को राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल किए जाने को लेकर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सवाल खड़े किए हैं और खेलों में राजीव गांधी का नाम जोड़ने पर उसे गलत बताया। इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने भी अमित मालवीय को जवाब देते हुए ट्वीट किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा की ” मुख्यमंत्री जी द्वारा स्पोर्ट्स में की गई यह पहल शायद आपको बर्दाश्त नहीं हो पा रही है, क्योंकि आपके हिसाब से तो सब कुछ मोदी जी को ही करना है। अमित मालवीय आपका भाषा का ज्ञान इतना कमजोर है कि यह भी पता नहीं कि भारत में किसी भी विशाल आयोजन को कुंभ या महाकुंभ की उपमा दी जाती है”।
मुख्यमंत्री जी द्वारा स्पोर्ट्स में की गयी ये पहल शायद आपको बर्दाश्त नहीं हो पा रही है क्यूंकि आपके हिसाब से तो सब कुछ मोदी जी को ही करना है..!!@amitmalviya आपका भाषा ज्ञान इतना कमजोर है कि यह भी नही पता कि भारत में किसी भी विशाल आयोजन को कुम्भ या महाकुम्भ की उपमा दी जाती है। https://t.co/6aJyGgVoNW
— Lokesh Sharma (@_lokeshsharma) August 21, 2022
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से ग्रामीण ओलंपिक खेलों को लेकर आज सुबह किए गए ट्वीट पर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सवाल खड़े करते हुए लिखा था कि “खेल महाकुंभ का आयोजन पहली बार 2010 में गुजरात में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किया था तब से यह खेल हर साल हो रहे हैं मोदी जी के उत्कृष्ट परियोजनाओं से सीखना अच्छी बात है पर उससे राजीव गांधी का नाम जोड़कर देश में पहली बार ऐसा कार्यक्रम हो रहा है ऐसा कहना गलत है’। अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी टैग किया था। गौरतलब है कि बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय कई बार राज्य की गहलोत सरकार की योजनाओं और कई अन्य मुद्दों को लेकर ट्वीट के जरिए सवाल खड़े कर चुके हैं।
यह लिखा था मुख्यमंत्री ने
इससे पहले आज सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि 29 अगस्त से 5 अक्टूबर तक राजस्थान में ग्रामीण खेलों के पहले महाकुंभ के आयोजन द्वारा राजस्थान सरकार आधारभूत ढांचे को तो मजबूत कर ही रही है साथ ही ग्रामीण खेलों को प्रोत्साहन देकर राज्य में एक नई खेल संस्कृति को भी जन्म दे रही है।