Bikaner News।राजस्थान की भीलवाड़ा जिले में स्थित संगम विश्वविद्यालय और चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित मेवाड़ विश्वविद्यालय से तृतीय श्रेणी शिक्षकों द्वारा वरिष्ठ अध्यापक पद की पदोन्नति के लिए किए गए कोर्स को सरकार ने अमान्य करार दिया है और उसे सिर्फ सर्टिफिकेट कोर्स माना है । ऐसे कोर्स से पदोन्नति लेने वाले शिक्षकों को वापस वरिष्ठ अध्यापक से तृतीय श्रेणी अध्यापक में पदान्वत किया जाएगा।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सरकार के शासन के 11 जून को मिले आदेशानुसार संगम विश्वविद्यालय और मेवाड़ विश्वविद्यालय से तृतीय श्रेणी शिक्षक से वरिष्ठ शिक्षक की पदोन्नति के लिए जो कोर्स इन दोनों यूनिवर्सिटी द्वारा कराया जा रहा है व कोर्स नहीं होकर 90 दिन का सर्टिफिकेट कोर्स है जो पदोन्नति के लिए मान्य नही है ।
नियम
तृतीय श्रेणी अध्यापक से वरिष्ठ अध्यापक की पदोन्नति के लिए राजस्थान अधीनस्थ शिक्षा सेवा नियम 1971 के अनुसार की जाती है और वरिष्ठ अध्यापक पद की पदोन्नति के लिए संबंधित विषय तथा एक और विषय जो कक्षा 9 व 10 में वैकल्पिक विषय के रूप में पढ़ाया जाता है के साथ स्नातक किया उसके समतुल्य परीक्षा तथा राजस्थान सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त शिक्षा में डिग्री या डिप्लोमा और स्तंभ संख्या 5 में उल्लेखित पद पर 5 वर्ष का अध्यन अनुभव होना जरूरी तथा वरिष्ठ अध्यापक के पद पर पदोन्नति हेतु संबंधित विषय में स्नातक होना आवश्यक है।
सगंम विश्वविद्यालय तथा मेवाड़ विश्वविद्यालय से अर्जित की गई योग्यता स्नातक कोर्स नहीं है । केवल 90 दिवस का सर्टिफिकेट कोर्स है और संगम विश्वविद्यालय तथा मेवाड़ विश्वविद्यालय ने माना है कि उनके द्वारा कराए जाने वाला यह पाठ्यक्रम 90 दिवस का सर्टिफिकेट कोर्स है।
संगम विश्वविद्यालय और मेवाड़ विश्वविद्यालय से प्राप्त यह 90 दिन का सर्टिफिकेट कोर्स वरिष्ठ अध्यापक की पदोन्नति के लिए मान्य नहीं किया जा सकता
शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने बताया कि शासन से प्राप्त निर्देशों के क्रम में संगम इस विद्यालय तथा मेवाड़ विश्वविद्यालय से 90 दिवस के सर्टिफिकेट कोर्स की योग्यता प्राप्त कार्मिकों को पदोन्नति हेतु जारी वरिष्ठता सूची से हटाया जाना है एवं उपयोगिता के आधार पर यदि शिक्षक ने पूर्व में वरिष्ठ अध्यापक पद पर पदोन्नति प्राप्त कर ली है तो ऐसे कार्मिकों( शिक्षक) को सुनवाई का अवसर प्रदान करते हुए पदान्वत किया जाना है ।