Bikaner News।माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरव स्वामी आईएएस (saurav swami ias) ने राजस्थान के सरकारी स्कूलों में एक और नवाचार करते हुए अब सभी सरकारी उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में हेड बॉय और हेड गर्ल की नियुक्तियां करने के दिशा निर्देश जारी किए हैं हेड गर्ल और हेड बॉय विद्यालय के सभी विद्यार्थियों का प्रतिनिधित्व करेंगे और संस्था प्रधान व विद्यालयों के बीच समन्वय का कार्य करते हुए विद्यार्थियों की समस्याओं के समाधान मैं भूमिका निभाएंगे इसे यूं कहें तो भी अतिशयोक्ति नहीं होगी कि कॉलेजों की तर्ज पर अब माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में छात्र नेता होंगे लेकिन उनका चयन संस्था प्रधान और एक कमेटी करेगी ।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरव स्वामी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश की उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की समस्याओं के समाधान और विद्यार्थियों की भागीदारी निश्चित करने के लिए और विकास के मध्य नजर सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक सरकारी स्कूलों में हेड बॉय और हेड गर्ल नृत्य करने का निर्णय ले गया है ताकि विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच समन्वय बना रहे साथ ही विद्यार्थियों की समस्याओं का निराकरण भी समय पर हो जाए।
निदेशक सौरव स्वामी ने बताया कि उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक विद्यालय में हेड बॉय और हेड गर्ल की नियुक्तियां 20 फरवरी तक करके रिपोर्ट निदेशालय तक प्रेषित करनी है
हैड बाॅय और हैड गर्ल का चयन कौन करेगा
1- संस्था प्रधान
2- विद्यालय का वरिष्ठ अध्यापक व्याख्याता जो एम डी एम सी का सदस्य हो
3–विद्यालय का शारीरिक शिक्षक
4- विद्यालय का पुस्तकालय अध्यक्ष यह पुस्तकालय प्रभारी
5- शिक्षिका महिला प्रतिनिधि के रूप में यदि महिला शिक्षिका नहीं हो तो किसी अन्य शिक्षक का चयन किया जा सकता है
चयन का आधार
1- उच्च माध्यमिक विद्यालय में हेड बॉय और हेड गर्ल कक्षा 11 के अध्ययनरत छात्र-छात्राएं और माध्यमिक विद्यालय में कक्षा 9 के छात्र और छात्राएं अध्यनरत हैं वह बन सकेंगे
2- चयन हेतु विचार आणि विद्यार्थी का गत बोर्ड कक्षा की उत्कृष्ट शैक्षिक उपलब्धि
3- विद्यार्थी का सह शैक्षिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारिता
4- विद्यार्थी का शिक्षकों के साथ व्यवहार
5- विद्यार्थी का सहपाठियों और अपने छोटो से व्यवहार
6- विचारणीय विद्यार्थी की नेतृत्व क्षमता
हैड बाॅय और हैड गर्ल के कार्य क्या
1- हेड बॉय हेड गर्ल विद्यालयों में विद्यार्थियों एवं प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक के बीच की कड़ी का कार्य करेंगे और विद्यार्थियों की समस्याओं को अध्यापक को अवगत कराएंगे
2- विद्यालयों में अनुशासन संबंधी कार्यों में सभी सहभागिता निभाएंगे
3- बालसभा /पीटीएम/ एसडीएमसी/ की बैठकों में समन्वयक का कार्य करेंगे
4- विद्यालय के विकास कार्यों में बतौर सदस्य उनकी भूमिका रहेगी
5- विद्यालयों में होने वाले उत्सव की संपूर्ण व्यवस्था करेंगे
6 – नामांकन, वृक्षारोपण तथा परीक्षा तैयारी अध्ययन में विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करेंगे
7- विद्यालयों में विद्यार्थियों की आवश्यकता का आकलन कर संस्था प्रधान के साथ साझा करेंगे
8- लड़कियों को छात्रवृत्ति एयरपोर्ट विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति व प्रोत्साहन की योजनाओं के संबंध में जानकारी दिलाना एवं पात्र विद्यार्थियों को आवश्यक समन्वय कर उन्हें इन योजनाओं से लाभान्वित कराना
9 – विधालय में शिकायत पेटीका/ गरिमा पेटी संचालन में सहायता करना तथा शिकायतों के समाधान में समन्वय करना
10 – हेड गर्ल विद्यालय में अध्ययनरत बालिकाओं को सेनेटरी पैड उपलब्ध कराने के लिए समन्वय करेंगे तथा मैन्स्यूरैशन हाइजीन के संबंध में प्रभारी अध्यापिका के साथ समन्वय कर जागरूक करेंगी।
विदित है कि शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने इससे पूर्व कोरोना संक्रमण काल के दौरान लॉकडाउन के तहत ऑनलाइन अध्ययन स्माइली प्रोजेक्ट के तहत करते हुए एक बड़ा नवाचार राजस्थान में किया था और इसके अलावा प्रति नियुक्तियों पर शिक्षकों और कार्मिकों को विभाग में लगाने की प्रक्रिया को ऑनलाइन और केंद्रीय कृत करते हुए एक बहुत ही बड़ा नवाचार किया था