Bikaner News । दीपावली के खास मौके पर पूरे शहर को रोशन करने के लिए पूर्व व पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के उन सभी वार्डों में रोड लाइट लगाने का नगर निगम द्वारा खाका तैयार कर लिया गया है जहां अंधेरा रहता है। मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने अपने कार्यकाल में पहली दफा 6 हजार 500 रोड़ लाइटों की खरीद करने के निर्देश दिए हैं। इस सम्बन्ध में नगर निगम ने पूर्व और पश्चिम विधानसभा में रोड लाइटों को लेकर सर्वे भी करा लिया है।
एरियावाइज सर्वे के दौरान 80 वार्डों में ऐसे काफी विद्युत पोल मिले, जहां एलईडी लाइट नहीं थी या खराब थी। हाल ही में निगम आयुक्त ने दोनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग-अलग टेंडर जारी किए हैं। पूर्व विधानसभा में साढ़े तीन हजार रोड लाइट लगाई जाएगी। इसके लिए एक करोड़ तीन लाख रुपए का टेंडर किया है, जो छह नंवबर को खुलेगा। इसी प्रकार पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के लिए 98.76 लाख रुपए का टेंडर जारी किया है। इस क्षेत्र में तीन हजार रोड लाइटों की खरीद की जाएगी। यह टेंडर 29 अक्टूबर को खोला जाएगा। टेंडर शर्तों के तहत ठेका फर्म को तीन साल तक रोड लाइटों की मेंटीनेंस का काम भी देखना होगा। बोर्ड गठन के बाद से ही पार्षद लगातार रोड लाइटों की मांग कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि निगम के पिछले भाजपा बोर्ड के कार्यकाल में 33 हजार रोड लाइट ईईएसएल कंपनी ने लगाई थी। इस कंपनी को 2024 तक अपनी लाइटों की मेंटीनेंस करनी है। उसके अलावा आठ हजार एलईडी निगम ने अलग से खरीदी थी।नव विकसित कॉलोनियों में अंधेरनिगम के अधिकांश एरिया में रोड लाइट है, लेकिन बंद रहने की शिकायत आम है। यूआईटी की नव विकसित कॉलोनियों में अंधेरा पसरा रहता है। उदासर और जयपुर रोड की कॉलोनियों में रोड लाइट तक नहीं है।
इसी प्रकार पूगल रोड, बल्लभ गार्डन, सुदर्शनानगर, गंगाशहर, शिवबाड़ी क्षेत्र में भी रोड लाइट्स बंद रहती हैं। मेयर राजपुरोहित का कहना है कि निगम और यूआईटी एरिया में रोड लाइटों की मेंटीनेंस का काम ठप पड़ा है। रोड लाइटों को लेकर पार्षदों की मांग लंबे समय से चली आ रही थी। इलेक्ट्रीक विंग से सर्वे कराया था। साढ़े छह हजार लाइटें लगने के बाद अगले दो-तीन साल तक शहर में जरूरत नहीं पड़ेगी।