बिजली चोरी निरोधक थाना पुलिस के पास नहीं है कानून व्यवस्था के अधिकार

liyaquat Ali
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Jaipur News – प्रदेश के ऊर्जा विभाग (Department of Energy) के पास ऐसी पुलिस है जिसके पास कानून व्यवस्था के कोई अधिकार नहीं है। इतना ही नहीं अगर किसी जांच के दौरान इस पुलिस के साथ कोई मारपीट की घटना भी हो जाए तो वह कोई कार्रवाई नहीं कर सकती और स्थानीय पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवानी पडती है। विभाग के बिजली चोरी निरोधक पुलिस थाने में तैनात स्टाफ के पास सिर्फ बिजली चोरी के प्रकरण की जांच के ही अधिकार है। इन सीमित अधिकारों के चलते कई बार बिजली चोरी पकडने के दौरान पुलिसकर्मी मारपीट का शिकार भी हो जाते हैं।

बिजली चोरी के प्रकरण की जांच

विद्युत चोरी निरोधक थानों की पुलिस को बिजली चोरी से जुडे प्रकरण की जांच के अधिकार है। इसके साथ ही बिजली चोरी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार भी किया जाता है। इन थानों के पुलिसकर्मी सीधे बिजली चोरी की जांच भी नहीं कर सकते। इसके लिए भी डिस्काम के अधिकारी या कार्मिक साथ में होने जरूरी है।

नहीं भर सकते वीसीआर

इन थानों पर नियुक्त पुलिस अधिकारी व पुलिसकर्मी सीधे कहीं भी बिजली चोरी पकडकर वीसीआर (VCR) नहीं भर सकते। इसके लिए तकनीकी जानकार होना आवश्यक है। ऐसे में विद्युत चोरी निरोधक थानों का पुलिस जाब्ता डिस्काम की विजिलेंस विंग तथा अन्य अधिकारियों के साथ जाकर ही चोरी के प्रकरण पकड सकते हैं।

सुरक्षा के लिए पुलिस पर निर्भर

बिजली चोरी पकडने के दौरान मारपीट की संभावना वाले क्षेत्रों में इस पुलिस को भी सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस थाने पर ही निर्भर रहना पडता है। इसके अलावा कहीं मारपीट जैसी घटना होने पर उसकी जांच भी स्थानीय थाना पुलिस ही करती है और यह पुलिस फरियादी ही रहती है।

कईं घटनाएं घटित

पिछले 9 माह में ही प्रदेश में एक दर्जन से अधिक मारपीट की घटनाएं हो चुकी है। इसमें पांच प्रकरण तो अजमेर डिस्काम के विद्युत चोरी निरोधक थानों के पुलिसकर्मियों और 5 प्रकरण जयपुर डिस्काम के स्टाफ के साथ हुए हैं। मारपीट की इन घटनाओं के बाद उच्चाधिकारियों ने मारपीट संभावित क्षेत्रों में जाने से पहले पर्याप्त सुरक्षा बल साथ रखने के निर्देश भी दिए हैं।

इनका कहना है

– बिजली चोरी निरोधक थानों की पुलिस के पास कानून व्यवस्था के अधिकार नहीं होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं कर सकते। सभी थानों को जांच पर जाने से पहले पर्याप्त जाब्ता साथ रखने के लिए कहा गया है।
मुकेश सांखला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(सतर्कता), अजमेर डिस्काम।

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