भरतपुर प्रियांशु निर्मम हत्याकांड में नाबालिग का दोस्त ही निकला हत्यारा, पैसों के लिए दोस्तों ने ही रची थी साजिश

Firoz Usmani
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भरतपुर (राजेन्द्र जती)- भरतपुर में प्रियांशु की निर्मम हत्या के 05 दिन के अंदर ही पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया। इस हत्याकांड के बाद एसपी हैदर अली जैदी ने एक टीम का गठन किया था।क्योंकि इस हत्याकांड ने मानवता को जकझोर कर रक दिया था। जिसके बाद पुलिस के सामने एक चैलेंज बन गया था कि जो भी मासूम के हत्यारे है वो जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में आये।

आज एसपी हैदर अली जैदी ने बताया कि 25 दिसंबर को जब प्रियांशु लोहागढ़ स्टेडियम में खेलने गया था उस दिन उसके साथ दो दोस्त भी थे जो उसके साथ खेल रहे थे। उसमे से एक प्रियांशु के दोस्त ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। और शव को सीढ़ियों के नीचे दवा दिया।

दरअसल आरोपी नाबालिग बच्चे में गंदे शौक थे जिसकी वजह से उसको पैसे की जरूरत थी और वह प्रियांशु के घर के पास ही रहता था। विगत कुछ दिनों पहले आरोपी बच्चे ने अपने पिता के फोन से प्रियांशु के पिता को फोन किया और अपने पिता का नाम लेकर प्रियांशु के पिता से कहा कि मेरे साले का एक्सीडेंट हो गया है इसलिए उसे कुछ पैसे की जरूरत है उसको 15 हज़ार रुपये चाहिए जिसके बाद प्रियांशु के पिता ने उसको पैसे देने के लिए कहा तो प्रियांशु के दोस्त ने अपने पिता की आवाज़ में कहा कि में अपने बेटे को भेज रहा हूं आप उसको पैसे दे देना जिसके बाद प्रियांशु के दोस्त ने प्रियांशु के पिता से पैसे ले लिए। जिसके बाद प्रियांशु के दोस्त का और भी लालच बढ़ गया। और वह प्रियांशु को किडनेप करने का प्लान बनाने लगा।

25 दिसंबर को जब प्रियांशु अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था तब प्रियांशु के एक दोस्त ने बॉल को सीढ़ियों के नीचे फेक दिया और प्रियांशु से बॉल लाने को कहा जब प्रियांशु बॉल लेने गया तो एक दोस्त उसके पीछे गया और पीछे से उसका गला दबा दिया। जिसमे प्रियांशु की मौत हो गई। जिसके बाद प्रियांशु के शव को वही सीढ़ियों के नीचे दवा दिया। ये पूरी घटना प्रियांशु का दूसरा दोस्त दूर से देख रहा था।

लेकिन जब प्रियांशु घर नही लौटा तो उसके परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की लेकिन प्रियांशु नही मिला जिसके बाद प्रियांशु की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिजनों ने अटलबन्द थाने में करवाई 28 तारिख को मानव तस्करी यूनिट के पुलिसकर्मी  प्रियांशु को ढूढने के लिए लोहागढ़ स्टेडियम पहुँचे जहाँ काफी तलाश के बाद प्रियांशु का शव सीढ़ियों के नीचे मिला।

पुलिस ने शक के आधार पर प्रियांशु के साथ खेलने वाले दोनो बच्चो को हिरासत में लिया और पूरा सीन रिक्रिएट करवाया इस दौरान पुलिस को प्रियांशु के दोनों दोस्तो पर शक हुआ और उनसे सख्ती से पूछताछ की पूछताछ के दौरान प्रियांशु के दोनों दोस्तो ने पूरी वारदात को कबुल किया है।

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Firoz Usmani Tonk : परिचय- पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 15 वर्षो से संवाददाता के रूप में कार्यरत हुंॅ, 9 साल से राजस्थान पत्रिका ग्रुप के सांयकालीन संस्करण (न्यूज़ टुडे) में जिला संवाददाता के रूप से कार्य कर रहा हंू। राजस्थान पत्रिका न्यूज़ चैनल में भी अपनी सेवाएं देता रहा हूं। एवन न्यूज चैनल में भी संवाददाता के रूप में कार्य किया है। अपने पिता स्व. श्री मुश्ताक उस्मानी के सानिध्य में पत्रकारिता की क्षीणता के गुण सीखें। मेरे पिता स्व.श्री मुश्ताक उस्मानी ने भी 40 वर्षो तक पत्रकारिता के क्षैत्र में कार्य किया है। देश के कई बड़े न्यूज़ पेपर से जुड़े रहे। 10 वर्ष दैनिक भास्कर में ब्यूरों चीफ रहें।