भीलवाड़ा/ भाई बहन के पवित्र बंधन का त्यौहार रक्षाबंधन को लेकर पिछले साल की तरह इस बार भी संशय की स्थिति बनी हुई है की 30 तारीख को रक्षाबंधन के दिन राखी कब बांधी जाए क्या अगले दिन भी राखी बांधी जा सकेगी और श्रवण पूजन 30 अगस्त को दिन में होगा या रात में ऐसे सवाल ऑन का समाधान और जवाब दे रहे हैं ज्योतिष नगरी कारोई के ज्योतिष डॉक्टर पंडित गोपाल उपाध्याय पुत्र नानूराम उपाध्याय आईए जानते हैं ।
भाई बहन के पवित्र बंधन का त्यौहार रक्षाबंधन 30 अगस्त को मनाया जाएगा इस बार भी पिछले साल की तरह ही रक्षाबंधन पर भद्रा का साया होने से राखी बांधने का बहुत ही कम समय मिलेगा ।
कारोई स्थित वेद गायत्री ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के ज्योतिष डॉक्टर पंडित गोपाल पुत्र नानूराम उपाध्याय ने बताया कि इस बार भी रक्षाबंधन पर पूरे दिन भद्रा का साया रहेगा इसलिए शास्त्रों के अनुसार भद्रा काल में राखी बांधना निषेध और अशुभ माना गया है ऐसे में 30 अगस्त को बहने अपने भाइयों के रात्रि 9:01 के बाद राखी बांध सकती है और 31 अगस्त को दूसरे दिन प्रातः 7:06 से पहले राखी बांधी जा सकती है।
मुहूर्त इस प्रकार है
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ– 30 अगस्त को प्रातः 10:58 से होगी
पूर्णिमा तिथि समाप्त — 31 अगस्त को प्रातः 7:05 पर
राखी बांधने का मुहूर्त
30 अगस्त को रात्रि में 9:02 से 10:30 तक अमृतकाल
10:31 से रात्रि 12:00 बजे तक चंचल मुहूर्त
31 अगस्त को प्रातः 7:30 से पूर्व
श्रवण पूजा का मुहूर्त 30 अगस्त को
प्रातः 11:00 से 12:00 तक शुभ बेला में
सांय 4:30 बजे से 6:00 बजे तक लाभ विला में