Bhilwara News । राजस्थान के सरकारी स्कूल कोरोनावायरस संक्रमण के चलते पिछले 9 माह से बंद है और बच्चों की पढ़ाई खराब ना हो और वह पढ़ाई की राह से ना भटके इसके लिए राजस्थान सरकार और शिक्षा निदेशालय द्वारा स्माइली प्रोजेक्ट और सोशल मीडिया के माध्यम से विभिन्न तरीकों से पढ़ाई कराई जा रही है अब इसी कड़ी में एक और पहल करते हुए शिक्षा विभाग द्वारा कार्य पुस्तिकाएं फरवरी माह से वितरित की जाएगी और विद्यार्थियों का सोशल मीडिया के माध्यम से टेस्ट अर्थात परीक्षा भी ली जाएगी । सरकारी विद्यालय के सभी शिक्षक और संस्था प्रधान अवकाश होने के बाद भी सरकार के इस पड़ेगी विभिन्न योजनाओं मैं पूरी तरह से मेहनत और लगन से अपना दायित्व पूरा कर रहे हैं।
सोशल मीडिया से होगा टेस्ट
सोशल मीडिया के जरिए पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों का समय-समय पर टेस्ट भी लिए जाने का मसौदा तैयार किया जा चुका है।
फरवरी के अंत तक मिलेंगी कार्य पुस्तिकाएं
शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा 1 से 8 के समस्त विद्यार्थियों के लिए कार्य पुस्तिकाएं तैयार करवाई जा रही हैं। विभाग का दावा है कि यह कार्य पुस्तिकाएं सभी विद्यार्थियों तक आवश्यक रूप से फरवरी माह के अंत तक पहुंचा दी जाएंगी। साथ ही पाठ्यक्रम के अनुसार तैयार अभ्यास पुस्तिका को प्रत्येक विद्यार्थी द्वारा आवश्यक रूप से पूर्ण किया जाएगा। विद्यार्थी द्वारा भरी गई कार्य पुस्तिका के आधार पर भी उसकी शैक्षिक उपलब्धि का आकलन किया जाएगा।
5वीं और 8वीं तक कितना मिलेगा होमवर्क
स्माइल-2 कार्यक्रम में पहली से पांचवीं कक्षा के लिए गृह कार्य की सामग्री सप्ताह में एक बार सोमवार को तथा छठी से आठवीं कक्षा के लिए सप्ताह में दो बार, सोमवार और बुधवार को सोशल मीडिया के स्माइल ग्रुप में भेजी जाएगी। संस्था प्रधान और उस विषय का शिक्षक इस गृह कार्य सामग्री को कक्षावार सोशल मीडिया पर बने हुए स्माइल ग्रुप में भिजवाएंगे।
स्माइल की अध्ययन सामग्री और गृह कार्य सामग्री विद्यार्थी अथवा उसके अभिभावक तक पहुंचने के बाद विद्यार्थी अपना होमवर्क पुस्तिका में पूरा करके उसकी फोटो वापस उसी ग्रुप में अपलोड करेगा। जिसे अध्यापक द्वारा जांच कर एक पंजिका में संधारित किया जाएगा। इस पोर्टफोलियो का निरीक्षण अधिकारी करेंगे।
पोर्टफोलियो में होगा गृह कार्य मूल्यांकन का भाग
कोरोना काल में अध्ययन-अध्यापन की प्रक्रिया को जारी रखने के उद्देश्य से विभाग की ओर से आओ घर में सीखें कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके तहत विद्यार्थी विभाग के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पढ़ाई अनवरत रखेंगे। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे पाठ्यक्रम कटौती के तहत छोड़े गये अंशों का भी अध्ययन करें। हालांकि परीक्षा में इन अंशों से प्रश्न नहीं पूछे जाएंगे पर विषय की समझ के लिए यह बहुत जरूरी है। कक्षा व विद्यार्थीवार पोर्टफोलियो में संधारित गृह कार्य को भी इस सत्र के मूल्यांकन का भाग बनाया जाएगा।