भीलवाड़ा / हर साल 26 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय डाॅग दिवस मनाया जाता है लेकिन विडंबना यह है कि आज भी स्ट्रीट डॉग( गली -मौहल्ले के कुत्तो) को आज भी संरक्षण की दरकार है और इनको घृणा की नजरों से देखा जाता है । अगर इनको प्यार और दुलार दिया जाए तो यह भी उसे गली मोहल्ले की सुरक्षा में अपनी भूमिका निभा सकते हैं ।
आजकल घरों में डॉग पालने का प्रचलन लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा है और इन पालतू कुत्तों को परिवार के सदस्य की तरह रखा जाता है और पहले जाता है तथा उनकी देखभाल की जाती है लेकिन गली मोहल्ले के आवारा कुत्तों को कोई भी प्यार दुलार नहीं करता अगर इन आवारा कुत्तों को भी प्यार और दुलार दिया जाए तो यह कुत्ते भी गली मोहल्ले की सुरक्षा मैं अर्थात चौकीदार की भूमिका निभा सकते है ?
भीलवाड़ा शहर में गर्ल्स कॉलेज के सामने स्थित आर्ट पेट शॉप के मालिक सत्यनारायण नायक ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय डॉग दिवस के अवसर पर वह अपने भाई सुभाष नायक और साथियों के साथ शहर के अलग-अलग गली मोहल्ले में जाकर डॉग दिवस पर स्ट्रीट डॉग अर्थात गली मोहल्ला की आवारा कुत्तों को भोजन के पैकेट अर्थात खाना खिलाएंगे और यही नहीं जो गली मोहल्ले के कुत्ते हैं उनके स्वास्थ्य को लेकर भी कार्य किया जाएगा।
सत्यनारायण नायक ने बताया कि वह अपनी टीम के अलावा शहर के प्रबुद्ध लोगों से भी अपील करते हैं कि अगर गली मोहल्ले के कुत्तों यानी कि स्ट्रीट डॉग को अगर प्रतिदिन खाना उनके स्वास्थ्य को लेकर सजकता तथा उन्हें प्यार और दुलार दिया जाए तो गली मोहल्ले के कुत्ते जो सामान्य सुनने में आता है कि राहत चलते बच्चों और हागीरों को काट लेते हैं हमलावर हो जाते हैं वह इस लड़ दुलार और समय-समय पर की गई देखभाल से आक्रामकता छोड़कर एक पालतू कुत्ते की तरह गली मोहल्ले की सुरक्षा में चौकीदार की भूमिका निभा सकते हैं।
सत्यनारायण नायक ने बताया कि इन सब के पीछे उनका उद्देश्य लोगों को कुत्तों की अच्छी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित करना है क्योंकि वे एक अच्छे जीवन के हकदार हैं।