Bhilwara। ब्रह्ममंड मे ग्रहो का परिवर्तन विधि और नियति है लेकिन इन ग्रहो के परिवर्तन और युति( मिलन) से धरती पर बहुत कुछ प्रभाव पडता है परंतु कुछ इसे अंधविश्वास कहें या केवल भ्रम मानते है जो गलत है । ज्योतिषशास्त्र और गणित के अनुसार आज से शनिग्रह और गुरूग्रह की युति हो रही । इस युति के प्रभाव से भारत सहित दुनिया मे एक बार कोरोना की तीसरी लहर कहर ढहा सकती है ।
वेदगायत्री ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के संचालक ज्योतिष डाॅ. डॉक्टर गोपाल उपाध्याय ने बातचीत के दौरान ज्योतिष शास्त्र और गणित के अनुसार बताया कि आज गुरु ग्रह दिन मे 2.34 मिनट पर राशि परिवर्तन करते हुए शनि ग्रह के साथ मकर राशि में होते हुए ।
नीच का होंगे अर्थात शनि ग्रह और गुरु ग्रह की युति बनेगी इस युवती का भारत सहित देशभर में काफी कुप्रभाव होगा आम जनजीवन भी इससे प्रभावित होगा इन दोनों ग्रहों की युति 20 नवंबर को दिन में 11.15 तक रहेगी।
डाॅ. उपाध्याय के अनुसार शनि और गुरु की यह युति भारत सहित दुनिया में कोरोना की तीसरी लहर का कहर जा सकती है इसलिए आम जन को शायद विवेक से सावधानी रखनी होगी और इस अवधि के दौरान देश व राज्यों की सरकारों के द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की पालना करने के साथ ही टीकाकरण से कुछ हद तक बचाव किया जा सकता है ।
डाॅ. उपाध्याय के अनुसार 16 नवंबर को दिन में 1.1 ग्रहों का परिवर्तन होते हुए सूर्य ग्रह और केतु ग्रह की जूती बनेगी जो ग्रहण योग बनाएगी और यह युति 15 दिसंबर तक रहेगी ।
विशेषज्ञो व डब्ल्यूएचओ ने भी..
विदित है कि चिकित्सा विशेषज्ञों और डब्ल्यूएचओ ने भी करीब डेढ़ माह पूर्व ही चेतावनी जारी कर दी थी कि सितंबर माह तक कोरोनावायरस संक्रमण की तीसरी लहर डेल्टा प्लस वैरीयट भारत सहित कई देशों में एक बार फिर तेजी से कह रहेगा इस तरह चिकित्सा विशेषज्ञों तथा डब्ल्यूएचओ की चेतावनी और ज्योतिष शास्त्र व गन्ना इन तीनों का आकलन हो रहा है इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि आज के बाद से ही कोरोना वायरस संक्रमित की तीसरी लहर का आगाज हो सकता है जो अक्टूबर माह में चरम सीमा पर होगा ।
अपील
आम जनता से अपील है कि वह सावधान रहें और सतर्क रहें तथा बड़े-बड़े आयोजन समारोह भीड़ भाड़ के कार्यक्रम मैं तो आयोजित करें और नहीं ऐसे कार्यक्रम और समारोह में शामिल हो तथा वर्तमान में सरकार द्वारा दी गई इस छूट का फायदा ना उठाते हुए सावधान रहें क्योंकि सरकार की मजबूरी है अर्थव्यवस्था को चलाए रखने के साथ ही आमजन के आर्थिक संकट को ध्यान में रखना और जनता की सुविधा लेकिन अब आम जनता को सोचना होगा कि वह कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जैसी स्थितियां देखना चाहते हैं या नहीं….
नोट– यह खबर डाॅ. ज्योतिष गोपाल उपाध्याय द्वारा ज्योतिष शास्त्र और गणना के आधार पर उनके द्वारा बताई गई है इसमे दैनिक रिपोर्टर्स डॉट कॉम का कोई सरोकार नही।