
Bhilwara News। जिले के कोटड़ी ब्लॉक स्थित मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सीबीईओ कार्यालय में कार्यरत संविदा कर्मी गोपाल सुवालका द्वारा फर्जी शिक्षक बनाकर काल्पनिक वेतन बिलों में फर्जीवाड़ा करते हुए किए गए गबन की राशि का आंकड़ा दो करोड़ पहुंच गया है ।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!जांच दल आज शाम तक अपनी रिपोर्ट संभवतया अधिकारियों को सौंप देगा । इस गबन में कोटडी स्थित एसबीआई बैंक शाखा के करीब 10 से अधिक मैनेजर ओं की मिलीभगत की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता । तो वहीं शिक्षा विभाग के 10 सीबीईओ और तीन प्रिंसिपल की लापरवाही भी इसमें उजागर हुई है और जांच दल ने दी इनको दोषी माना है।
संविदा कर्मी कंप्यूटर ऑपरेटर गोपाल सुवालका द्वारा बडलियास स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के वेतन बिलों में फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद विभाग द्वारा मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ब्रह्मा राम चौधरी ने जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक योगेश पारीक के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की थी ।
इस जांच टीम में सहायक लेखा अधिकारी दिनेश लोहिया डबल एओ प्रथम अभय संचेती और कनिष्ठ सहायक विनोद टेलर को शामिल किया । इस टीम ने प्रारंभ में ऑनलाइन बिलों की जांच पड़ताल में करीब 60 लाख रुपए गबन पकड़ा था ।
1.53 करोड का गबन का खुलासा
टीम ने इसे बारीकी से जांच करते हुए ऑफलाइन बनने वाले वेतन बिलों की जांच की तो जांच में एक करोड़ 53 लाख रुपए का गबन और सामने आया।
ऐसे पकडा और गबन
टीम ने फरवरी 2017 के बिल जो बैंक में 1 मार्च 2017 को जमा हुए बिल संख्या 407 कि जब जोड़ की तो ₹232320 का अंतर पाया इस पर टीम ने बैंक की सीट निकलवाई और मिलान किया तो बैंक की सीट में भी ₹232320 का अंतर था और जब चेक निकलवा कर मिलान किया तो चेक ₹232320 अधिक का बना हुआ था । यही नहीं टीम ने जब बैंक के वाउचर का मिलान किया तो बैंक के वाउचर में भी 232320 रुपए का अंतर पाया।
इस तरह एक बिल में ₹232320 का अंतर अर्थात गड़बड़झाला पकड़ मैं आया इस तरह कुल 66 बिल थे । 232320×66= 1530000 ( 1.53 करोड) का गबन गोपाल सुवालका द्वारा किया गया और उक्त गबन की राशि गोपाल सुवालका उसकी पत्नी दिलखुश सुवालका सहित विविध खातों में जमा हुई।
बैंक मैनेजरो की मिली भगत की संभावना
इस दो करोड़ के गबन मामले में कोटडी स्थित एसबीआई बैंक शाखा में सन 2010 से सन 2018 तक के कार्यकाल में जितने भी मैनेजर रहे उनकी भूमिका संदेहजनक और कटघरे में आती है । इनकी मिलीभगत की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता ।
बैंक को चुकानी होगी राशि
ऑफलाइन बिलों मैं आए एक करोड़ 53 लाख रुपए के गबन की राशि बैंक को शिक्षा विभाग को चुकानी होगी। क्योंकि बैंक मैनेजर का दायित्व था सीट को मिलान करना और उन्होने नहीं किया यह बात बैंक शाखा के वर्तमान मैनेजर ने भी बैंक की गलती को स्वीकार किया है।
वीवीआर रिपोर्ट बैंक दे तो और हो फकता खुलासा
जांच टीम ने जब बैंक मैनेजर से वीवी आर रिपोर्ट मांगी तो बैंक मैनेजर ने वीवीआर रिपोर्ट उपलब्ध कराने में आनाकानी करते हुए इंकार कर दिया । अगर बैंक द्वारा जांच टीम को वीवीआर रिपोर्ट उपलब्ध करा दी जाती है तो इससे स्पष्ट हो जाएगा की गबन की गई राशि किस किस के खाते में कितनी कितनी राशि जमा हुई है।
गोपाल है रिमांड पर , फिर करेगी कोटडी पुलिस..
शिक्षा विभाग में दो करोड रुपए के गबन करने का मुख्य आरोपी संविदा कर्मी कंप्यूटर ऑपरेटर गोपाल सवाल का अभी बडलिया पुलिस रिमांड पर चल रहा है इसके बाद कोटडी थाना पुलिस गोपाल को गिरफ्तार करेगी ।