Bhilwara News । राजस्थान की राजनीति में चले रहे घमासान और सियासी ड्रामे को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस सगंठन के सचिव और यू पी के सह प्रभारी तथा सचिन पायलट के खास सिपेसालार धीरज गुर्जर ने अब तक इस पूरे मामले मे चुप्पी साध रखी है तो वही इस सियासी घटनाक्रम से भीलवाड़ा के राजनीति समीकरण भी बदल गए है ।
आखिर धीरज गुर्जर क्यो है चुप
राजस्थान मे चल लहे राजनैतिक घटनाक्रम तथा अखिल भारतीय कांग्रेस सगंठन द्वारा सचिन पायलट के पर कतर बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद पूरे प्रदेश मे सचिन समर्थकों द्वारा इस्तीफे देने का दौर और बयानबाजी का दौर जारी है ।
ऐसे मे भीलवाड़ा के जहाजपुर-कोटडी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे और अखिल भारतीय कांग्रेस संगठन के सचिव तथा यूपी के सह प्रभारी धीरज गुर्जर के बारे मे सर्व विदित है की वह सचान पायलट के खास सिपेसालार है और इस पद तक पहुंचाने मे और टिकट देने मे तथा भीलवाड़ा विधानसभा से भी अनिल डांगी को भी सचिन के माध्यम से टिकट दिलवाने मे सचिन पायलट का हाथ है ।
मतलब सचिन पायलट के सहारे ही वह यह सीढियां चढे है और वह समय-समय पर अपने बयानो मे कहते भी आए है लेकिन अब जब सचिन को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है तो धीरज गुर्जर ने अभी तक चुप्पी साध रखी है आखिर क्यों ? क्यो नही बोले वह ? क्रो नही अब तक मीडिया को दिए बयान ? कही उन्हे बयान देने पर राजनैतिक कैरियर को लेकर भय तो नही ?
किसान व जाट नेता विधायक जाट का बडा कद
राजस्थान मे जाट नेता के रूप मे राम नारायण डूडी के बाद अगर किसी का नाम आता है तो वह है भीलवाड़ा की माठंल विधानसभा से कांग्रेस विधायक और भीलवाड़ा डेयरी के चैयरमेन रामलाल जाट का रामलाल जाट शुरू से ही गहलोत केमे मे रहै है एक बार बीच मे डाॅ सी टी जोशी गुट गए थे लेकिन पुनः गहलोत खेमे मे आ गए ।
अब इस राजनैतिक घमासान मे सचिन के आउट होते ही जिले मे जाट के राजनैतिक घुर विरोधी रामपाल शर्मा का भी सगंठन के जिलाध्यक्ष पद का ताज हटना ,, भीलवाड़ा कलेक्टर और एस पी की नियुक्तियों मे उनकी पसंद चलना इस बात का संकेत है की अब जाट का पाॅवर बढा है और बढेगा । अब नया जिलाध्यक्ष भी जाट की पसंद का ही बनेगा । आने वाले दिनो मे विधायक जाट को लालबत्ती मिल जाए तो भी कोई अतिशयोक्ति नहीं । इस घटनाक्रम से रामपाल शर्मा को झटका लगा है ।