टोंक । भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर जिलेभर में सुशासन दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुआ। इसके साथ उपखंड एवं ग्राम पंचायत स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ। इस मौके पर सभी लोगों ने उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया और सुशासन की शपथ ली।
सुशासन के संकल्पों को जीवन में आत्मसात करें-जिला प्रमुख
मुख्य अतिथि जिला प्रमुख सरोज बंसल ने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन हम सभी को प्रेरणा देता है। हमारा कर्तव्य है कि उनके द्वारा बताए गए सुशासन के संकल्पों को जीवन में आत्मसात करें। उन्होंने एक मजबूत भारत का सपना देखा और पोकरण में परमाणु परीक्षण कर भारत को दुनिया के शीर्ष शक्तिशाली देशों की पंक्ति में ला खड़ा किया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे जिला कलेक्टर डॉ. ओमप्रकाश बैरवा ने कहा कि सुशासन का अभिप्राय पारदर्शिता, जिम्मेदारी, भागीदारी एवं कानून का शासन शामिल है। उन्होंने कहा कि गुड गवर्नेंस देश के आर्थिक एवं सामाजिक संसाधनों के उचित प्रबंधन से आती है। जो जनता में यह विश्वास दिलाता है कि भ्रष्टाचार मुक्त शासन है। साथ ही, समाज में सबसे कमजोर लोगों की आवाज सुनी जा रही है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी देशलदान ने कहा कि देश के सभी वर्गों का विकास पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की संकल्पना का साकार करता है। सुशासन में वे देश के सभी लोगों की भागीदारी को जरूरी मानते थे।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी ने कहा कि अटल जी के जीवन और व्यक्तिव को हमारी युवा पीढ़ी एवं बच्चे जाने इसके लिए सभी शिक्षक मैं अटल हूं शीर्षक से बच्चों से पत्र लेखन करवाएं।
कविताओं एवं संस्मरणों के माध्यम से श्री वाजपेयी को किया याद
जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने पूर्व प्रधानमंत्री एवं माँ शारदे की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। इसके पश्चात संगोष्ठी का संचालन कर रहे कवि प्रदीप पंवार ने श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन, व्यक्तित्व, राजनीतिक यात्रा, समाज सेवा, पत्रकारिता, साहित्य एवं अन्य क्षेत्रों में किए गए उल्लेखनीय कार्यों पर विस्तार के साथ प्रकाश डाला। साथ ही, समाजसेवी ओमप्रकाश गुप्ता ने अटल जी की टोंक यात्रा के संबंध की रोचक जानकारियां सभी के साथ साझा की।
पूर्व जिला परिषद सदस्य नरेश बंसल ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की पीएम सड़क योजना गांवों के विकास में मील का पत्थर का साबित हुई। ग्रामों के विकास में इस योजना का महत्वपूर्ण योगदान है। राजंेद्र पराणा ने अटल जी को याद करते हुए कहा कि सुशासन एकात्म मानव दर्शन के सिंद्धात पर आधारित है। जिसमें पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति के विकास को सुनिश्चित किया जाता है।
इसके पश्चात एपीआरआई के पूर्व निदेशक मुजीब अता आज़ाद ने अटल जी को याद करते हुए कहा कि अटल जी ने अपने जीवन की शुरूआत पत्रकार के रूप में की थी। वे साहित्य से जुड़े हुए व्यक्ति थे और जन नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई।
उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हुई। रिटायर्ड तहसीलदार रमेश चौधरी ने कविताओं के माध्यम से श्री वाजपेयी को याद किया। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता दीन मोहम्मद ने कहा कि उनके प्रधानमंत्री कार्यकाल में गांवों को डामर सड़क से जोड़ने एवं राष्ट्रीय राजमार्गों के विस्तार को लेकर अभूतपूर्व कार्य किये गए।
समाजसेवा से जुड़ी एवं पूर्व शिक्षिका नीलिमा आमेरा ने अटल बिहारी वाजपेयी के विराट व्यक्तिव पर प्रकाश डाला। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राचार्य भंवरलाल कुम्हार ने अटल जी के जीवन से सादगी एवं विनम्रता को सीखने पर जोर दिया। संगोष्ठी में पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज वर्मा, जनप्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारी, शिक्षक, स्काउड एवं गाइड के विद्यार्थी एवं आमजन मौजूद रहे।