भीलवाड़ा/ जिले में शिक्षा विभाग में अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है और लाखों रुपए का सरकार को चूना लगा घोटाला करने वाला शिक्षा विभाग में स्कूल का बाबू पिछले दो माह से निलंबन काल के बाद मुख्यालय पर अपनी ड्यूटी नहीं दे रहा है।
वह कहां है अभी तक उसका कोई पता नहीं लेकिन उसके बाद भी विभाग के अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय माध्यमिक DEO. ने अभी तक उक्त लापता बाबू के खिलाफ चार्जशीट और बर्खास्त की जैसी कार्यवाही को अंजाम नहीं दिया है । आखिर क्यों ? इससे DEO कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है ।
विदित है कि जहाजपुर उपखंड के शकरगढ़ ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के कनिष्ठ सहायक( बाबू) निलेश वैष्णव द्वारा सन 2019 से लेकर 2022 तक करीब 4500000 रुपए का घोटाला करते हुए सरकार और विभाग को ₹4500000 की चपत लगाई है इसमे से वैष्णव ने 13 लाख पहले वाले जमा दिए है ।
उसके बाद 30 लाख के गबन के इस मामले का खुलासा मीडिया द्वारा करने के बाद और बाबू के खिलाफ एफ आई आर दर्ज होने के बाद विभाग ने कार्यवाही करते हुए बाबू नीलेश वैष्णव को निलंबित करते हुए उसका मुख्यालय जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय भीलवाड़ा किया था ।
विभागीय नियमों के अनुसार निलंबन काल के दौरान किए गए मुख्यालय पर संबंधित बाबू को रोजाना अपनी ड्यूटी देनी थी लेकिन आश्चर्य की बात है कि निलंबित बाबू पिछले 16 अगस्त से जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय माध्यमिक पर बिना अधिकारियों को सूचित किए ।
अनुपस्थित चल रहा है और इस संबंध में कार्यवाहक DEO माध्यमिक मुख्यालय बंशी लाल कीर ने 22 सितंबर और 28 सितंबर को नियमों से नोटिस जरूर जारी किया ।
जबकी वह 16 अगस्त से ही बिना सूचना अनुपस्थित चल रहा है तो आखिर 1 माह 6दिन तक बाबू नीलेश को नोटिस क्यो नही दिया गया ?
आखिर DEO क्यों नही कर रहे कार्यवाही
दो नोटिस के बाद भी आज दिनांक तक निलंबित बाबू नीलेश वैष्णव निलंबन काल के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय पर अपनी ड्यूटी देने के लिए उपस्थित नहीं हुआ है लेकिन उसके बाद भी आज तक DEO द्वारा उनके खिलाफ कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है ?
विभागीय नियमों के अनुसार बाबू की नियुक्ति अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय (DEO) होता है और उसके खिलाफ चार्जशीट जारी करने या फिर नौकरी से बर्खास्त करने के अधिकार होते हैं लेकिन. DEO द्वारा अभी तक ऐसी कोई भी कार्यवाही घोटालेबाज लापता बाबू नीलेश वैष्णव के खिलाफ अमल में नहीं लाई गई है ।