भीलवाड़ा/ भीलवाड़ा शहरी विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में तार ठोकर मैदान में उतरे गौ भक्त और संघ विचारधारा के व्यक्तित्व अशोक कोठारी ने कहा कि वह भीलवाड़ा शहरवासियों की पीड़ा ,अंसतोष और जनता की मांग तथा विकास और न्याय तथा शुद्ध राजनीति के लिए राजनीति के मैदान में उतरे हैं और भीलवाड़ा विधानसभा सीट से निर्णय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडेंगे ।
गो भक्त और उद्यमी अशोक कोठारी
ने आज नामांकन दाखिल करने के बाद बातचीत करते हुए के दौरान यह बात कही । उन्होंने कहा कि राजनीति में शुद्ध शुद्ध राजनीति होनी चाहिए नैतिकता होनी चाहिए मूल्य पर आधारित राजनीति होनी चाहिए और इसी उद्देश्य को लेकर के मैदान में उतरे हैं।वर्तमान में राजनीतिक भ्रष्टाचार पर अशुद्धता को लेकर किए गए सवाल के जवाब में कोठारी ने कहा कि मेरा मार्ग प्रेम करुणा और प्रभु का मार्ग है मैं इसी मार्ग और इसी सोच के साथ सभी को साथ लेकर विकास की भावना को लेकर मैदान में आया हूं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा की भीलवाड़ा में विकास की विपुल संभावना है और इस दिशा में मौका मिलता है तो जरूर काम करेंगे जब कोठारी से यह पूछा गया कि आप बिना राजनीतिक दल के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने वाले है तो आप जनता से क्या उम्मीद करते हैं इस सवाल के जवाब पर कोठारी ने कहा की यह जनता का विश्वास है और मेरा पिछला जीवन और इसी जनता के विश्वास और अपने पिछले जीवन से मुझे सफलता मिलेगी ऐसी मुझे उम्मीद और विश्वास है ।उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि इस कठिन परिस्थिति के अंदर हमें मजबूरी में मैदान में उतरना पड़ा हमारी विचारधारा, हमारा मार्ग वही है। संघ और संतों के आशीर्वाद के सवाल के जवाब में कोठारी ने कहा कि आशीर्वाद प्रभु का है और मैं तो राजनीति में आना ही नहीं चाहता था लेकिन प्रभु की इच्छा और आदेश जनता की मांग पर मैं राजनीति में उतरा हूं और जहां तक संघ के समर्थन की बात है संघ की विचारधारा सत्य और सनातन की विचारधारा है वही मेरी भी सत्य और सनातन की विचारधारा है ।