नवग्रह आश्रम में 101 ओषधियों से यज्ञ में दी आहुतियाँ यज्ञ पेथी भी रोग के उपचार में कारगर साबित होता है: पं कौशिक

liyaquat Ali
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Bhilwara News (मूलचन्द पेसवानी )- भीलवाड़ा जिले के मोती बोर का खेड़ा स्थित श्री नवग्रह आश्रम में नव स्थापित गौशाला में गौ संवर्धन एवं नवग्रह आयुष विज्ञान मंदिर में आज समारोह पूर्वक ओषधीय यज्ञ का आयोजन किया गया।

श्री नवग्रह आश्रम (Sri Navagraha Ashram) के संस्थापक हंसराज चौधरी के मुख्य यजमान में भीलवाड़ा के पंडित महावीर प्रसाद कौशिक ने आज यज्ञ में 101 औषधी से यज्ञ में आहुतियां दिलवाई और संपूर्ण विश्व को कैंसर मुक्त बनवाने का संकल्प दिलाया । नवग्रह आश्रम में स्थापित गौशाला में गोवंश के संरक्षण व संवर्धन के लिए अलग से गौ मंत्रों के साथ आहुतियां दी गई। इस दौरान श्री नवग्रह आश्रम सेवा संस्थान के कार्यकर्ता भी मौजूद थे ।
इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में गायत्री परिवार भीलवाड़ा के संचालक पंडित महावीर कौशिक ने यज्ञ की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम आचार्य द्वारा भी यज्ञ पेथी विकसित की गई थी। जिसका ग्रंथ शीघ्र ही प्रकाश में आने वाला है। जिसके माध्यम से यज्ञ के माध्यम से रोग उपचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यज्ञ केवल स्वाह आहुतियां देने का कार्य नहीं है । यज्ञ से 3-3 फल एक साथ मिलते हैं। देव पूजा, दान दक्षिणा और अच्छे लोगों की संगत होती है । यज्ञ का सनातन काल से अपना महत्व बना है और आज भी उसी के अनुरूप यज्ञ हो रहे हैं। नवग्रह आश्रम में आज 101 औषधीय पौधों से तैयार की गई हवन सामग्री की आहुतियां दिए जाने से न केवल वातावरण शुद्ध होगा वरन रोग उपचार में भी यहां का माहौल फलदाई होगा।
आश्रम में स्थापित किए गए नवग्रह आयुष विज्ञान मंदिर की चर्चा करते हुए पंडित कौशिक ने कहा है कि कोई सा भी ग्रह किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है । हर ग्रह किसी न किसी प्रकार का फल और वन वांछित लाभ भी देता है। नवग्रह एक ही स्थान पर होने का यह अनूठा प्रयोग है। जिसका भी लाभ सभी को मिलेगा। उन्होंने गौ संरक्षण व गौ संवर्धन को आज के परिवेश में महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आश्रम में देश की सभी प्रकार की देसी नस्ल की गायों का संवर्धन और पालन किया जाना अपने आप में अनूठा है।
उन्होंने इसके लिए श्री नवग्रह आश्रम सेवा संस्थान परिवार की सराहना करते हुए कहा कि सेवा प्रकल्प का इससे अच्छा कोई उदाहरण हो नहीं सकता। आश्रम के संस्थापक हंसराज चौधरी ने इस दौरान बताया कि वर्तमान में देसी नस्ल की 50 गायों का पालन प्रारंभ कर दिया है। इसके पंचगव्य का लाभ रोग उपचार में भी मिलेगा नवग्रह आयुष विज्ञान मंदिर के माध्यम से भी रोगोपचार का नवाचार किया जा रहा है।
आश्रम के महिपाल चौधरी ने सभी का आभार जताते हुए पं कौशिक का सम्मान किया।
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