जहाजपुर (आज़ाद नेब) हाल ही शक्करगढ़ में हुए जिला स्तरीय सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता में उपखंड क्षेत्र के बिहाड़ा गांव की बेटी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को सार्थक करते हुए गांव का नाम रोशन किया।
बिहाड़ा गांव की इस बेटी का राज्य स्तरीय सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता में चयन होने वाली गांव पहली बेटी बनी है। प्रतियोगिता में अपने खेल का लोहा मनवाने वाली बेटी को राज्य स्तर के खेल में चयन होने एवं जीत हासिल कर लौटी बेटी को ग्रामीणों ने हाथों पर लेकर उसका उत्साह बढ़ाया है।
जानकारी के मुताबिक शक्करगढ़ में हुए जिला स्तरीय सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने पर कक्षा 8 की छात्रा मिनल गुर्जर बिहाडा राज्य स्तरीय सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता में चयन किया गया है।
जो झालावाड़ मे 14 नवंबर से 18 नवंबर 2022 तक होने वाली राज्य स्तरीय सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता में खेलेगी। मिनल के पिता राजेश कुमार गुर्जर शिक्षा विभाग में कनिष्ठ लिपिक पद पर कार्यरत है।
सॉफ्टबॉल बेसबॉल की तरह ही एक खेल है। जो छोटे मैदानों पर बड़ी गेंद से खेला जाता है। सॉफ्टबॉल खेली जाने वाली विविधता और खिलाड़ियों की उम्र और लिंग के आधार पर, मैदान और उपकरणों का विवरण अलग-अलग होता है।
जबकि 60 फीट के ठिकानों के बीच की दूरी सभी किस्मों के लिए मानक है, घड़े की प्लेट होम प्लेट से 35 से 43 फीट की दूरी पर होती है, और होम रन फेंस होम प्लेट से 220 से 300 फीट दूर हो सकती है। गेंद आमतौर पर 11 या 12 इंच (28 या 30 सेमी) परिधि में होती है, यह भी प्रतियोगिता की बारीकियों पर निर्भर करती है।
सॉफ्टबॉल के नियम बेसबॉल से कुछ भिन्न होते हैं। मैदान छोटा होने और बेस और फील्डर होम प्लेट के करीब होने के कारण खेल पारंपरिक बेसबॉल की तुलना में तेज गति से चलता है।
सॉफ्टबॉल को समतल जमीन से अंडरहैंड पिच किया जाता है, जिसमें विंडमिल आर्म मोशन का उपयोग करते हुए फास्टपिच होता है, जबकि बेसबॉल को टीले नामक एक छोटी पहाड़ी से ओवरहैंड पिच किया जाता है, जो पिच की उड़ान को बदल देता है। इसके अतिरिक्त, घड़े की प्लेट के चारों ओर घास के बिना, एक सॉफ्टबॉल हीरे का पूरा मैदान गंदगी है।