कर्मचारियों ने वेतन कटौती आदेश की होली जलाकर किया प्रदर्शन , सभी तहसीलों पर भी हुआ आंदोलन

Dr. CHETAN THATHERA
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Bhilwara news । राजस्थान की सरकार राज्य कर्मचारियों पर एक के बाद एक आर्थिक हमले कर रही है जो राज्य कर्मचारियों के बर्दाश्त के बाहर है , वेतन से जबरन वसूली , मार्च 20 का 16 दिन का बकाया वेतन , उपार्जित अवकाश के नगद भुगतान पर रोक प्रमुख है जिसके विरोध के चलते अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के राज्य व्यापी आह्वान पर जिला कलेक्ट्री भीलवाड़ा के बाहर राज्य कर्मचारियों ने वेतन कटौती और उपार्जित अवकाश पर रोक के आदेशों की प्रतियां जलाई , कर्मचारियों द्वारा राज्य सरकार द्वारा की जा रही आर्थिक कटौती के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई , राज्य कर्मचारी महासंघ भीलवाड़ा के जिलाध्यक्ष नीरज शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा की जा रही जबरन वेतन वसूली अनुचित व असंवैधानिक है जो कर्मचारी विरोधी तानाशाही पूर्ण रवैया है , शर्मा ने आगे बताया कि यदि सरकार ने समय रहते अपने कर्मचारी विरोधी निर्णय पर पुनर्विचार नहीं किया तो कर्मचारियों में उत्पन्न हो रहे असंतोष और आक्रोश का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए , राज्य सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य कर्मचारी प्रतिबद्ध है परंतु राज्य सरकार द्वारा राज्य कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान दिया जा रहा है , राज्य के मुख्यमंत्री लोकतंत्र के समर्थक माने जाते हैं परंतु उनके द्वारा लिया गया अलोकतांत्रिक निर्णय खेद का विषय है , कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री शिव सिंह चौहान ने राज्य सरकार के कर्मचारी विरोधी रवैये के बारे में बताया कि राज्य कर्मचारी पूर्व से ही वसूली का शिकार है ।

वित्त विभाग की पांचवी अनुसूची के अंतर्गत की जा रही वसूली के कारण राज्य कर्मी के वेतन से 5 से 7 हजार रुपये प्रतिमाह वसूल किया जा रहा है , मार्च 2020 का 16 दिन का वेतन है जो लगभग 2000 करोड़ रुपये है जिनको सरकार अघोषित रूप से हजम करने का मानस बना चुकी है , राज्य सरकार द्वारा पूर्ववर्ती सरकार द्वारा कर्मचारी हितेषी लिए गए निर्णयों में यथा नवीन पेंशन योजना का अंशदान जी पी एफ में जमा करवाने , 8 , 16 , 24 , 32 वर्ष के सेवाकाल पर चयनित वेतनमान बहाल करने और लंबित मांग पत्र में गैर वित्तीय मांगो को लागू करने के बारे में कोई विचार नहीं कर रही है न ही आज दिवस तक कर्मचारियों से संवाद कायम किया है ।

प्रदर्शन के पश्चात ज्ञापन मुख्यमंत्री , मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त को जिला कलेक्टर के माध्यम से भिजवाया गया ! प्रदर्शन में कर्मचारी नेता भेरू लाल मीणा , पारस कुमावत , रतन लाल शर्मा , सुनील खोईवाल , भंवर जाट , कन्हैयालाल शर्मा , रघुनाथ शर्मा , मायाकांत शर्मा , ललित जोशी , सुनील व्यास , निर्मल कुमार जैन , रंजीत सिंह , पवन शर्मा , अमर सिंह , नाथू लाल गुर्जर , मनोज बांगड़ , भेरू सिंह , संपत पायक , किशन बैरवा , राकेश मेघवंशी आदि के नेतृत्व में कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शामिल हुए ! आगामी आंदोलन की कड़ी में 15 व 16 सित को ट्विटर के माध्यम से मांगी की पैरवी , 21 व 22 सित को कर्मचारी सरकारी ग्रुपो से लेफ्ट होंगे और 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जी की मूर्ति के सामने उपवास रखा जाएगा ।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम