राजस्थान से कटारिया की विदाई, राज्यपाल बने, शिक्षक से राज्यपाल तक का सफर

भीलवाड़ा/ राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने 12 नए राज्यपाल और 1 केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल ओं की घोषणा की है। राजस्थान से नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ दिग्गज नेता गुलाबचंद कटारिया को असम के राज्यपाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

कटारिया के राज्यपाल बनने के साथ ही राजस्थान में भाजपा के राजनीतिक समीकरण मैं अब बदलाव होता नजर आ रहा है।

गुलाबचंद कटारिया भाजपा में नेता प्रतिपक्ष हैं और आप उनके राज्यपाल बनने के साथ ही नेता प्रतिपक्ष का पद खाली हो गया है और वर्तमान में विधानसभा का सत्र भी चल रहा है।

ऐसे में भाजपा आलाकमान संभवत या इसी सप्ताह नया नेता प्रतिपक्ष का चयन करेगी नया नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इसको लेकर अब भाजपा की सियासत फिर गरमाने लगी है ।

नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित कई नेता दौड़ में हैं लेकिन भाजपा में वर्तमान में बदले हुए ।

राजनीतिक समीकरण और हालात को मध्य नजर रखते हुए कोई चौंकाने वाला नाम ही सामने आ सकता है और नेता प्रतिपक्ष का चयन होने के साथ ही अगले विधानसभा चुनाव में नया मुख्यमंत्री कौन होगा इसका आकलन भी या इसे यूं कहे तो अतिशयोक्ति नहीं होगी कि इशारा भी हो जाएगा।

गुलाबचंद कटारिया राजस्थान में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में माने जाते हैं राष्ट्रीय स्वयं संघ के स्वयंसेवक भी रहे हैं और फिर जनसंघ में आए और जंक्शन से भाजपा की शुरुआत हुई और स्वाद कितना समय से ही कटारिया जी भाजपा के प्रमुख नेताओं में शुमार रहे हैं कटारिया राजस्थान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के साथ ही 8 बार विधायक रहे और एक बार सांसद भी रहे हैं।

गुलाबचंद कटारिया की रात दक्षिणी राजस्थान पर जबरदस्त पकड़ रही है उदयपुर के साथ-साथ मेवाड़ क्षेत्र के बांसवाड़ा डूंगरपुर प्रतापगढ़ राजसमंद भीलवाड़ा चित्तौड़गढ़ जैसे जिलों में करीब 25 से अधिक विधानसभा सीटों को कटारिया प्रभावित करते हैं और कटारिया का प्रभावी था ।

कि 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा सत्ता गंवाने के बाद भी उदयपुर संभाग में 28 विधानसभा सीटों में से 15 सीटों पर भाजपा ने परचम फहराया था और उदयपुर की बात की जाए तो उदयपुर की 8 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 6 पर बाजी मारी थी तथा भीलवाड़ा में 7 विधानसभा सीटों में से 5 पर भाजपा ने परचम फहराया था।

कटारिया राजनीति में आने से पहले प्राइवेट स्कूल में शिक्षक के बताओ नौकरी करते थे और अपने जीवन की शुरुआत शिक्षक के कैरियर से ही की थी ।

स्कूल में पढ़ाने के दौरान ही व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आर एस एस कभी काम करते थे और उन्हें संघ में रहते हुए आदिवासी इलाकों में प्रचार प्रसार किया था।

शिक्षक रहने के दौरान ही और संघ की कार्यकाल के समय सन 1975 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई आपातकाल के दौरान वह भूमिगत रहकर काम कर रहे थे और उन्हें एक बार आपातकाल में जेल भी जाना पड़ा था।

13 राज्यों में राज्यपालों की सूची

गुलाबचंद कटारिया होंगे असम के नये राज्यपाल, रमेश बैस होंगे महाराष्ट्र के नये राज्यपाल, राजेंद्र विश्वनाथ होंगे बिहार के नये राज्यपाल, लक्ष्मण प्रसाद आचार्य बने सिक्किम के नये राज्यपाल, सीपी राधाकृष्णन होंगे।

झारखंड के नये राज्यपाल, कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक होंगे अरुणाचल प्रदेश के नये राज्यपाल, शिवप्रताप शुक्ल होंगे हिमाचल प्रदेश के नये राज्यपाल, अब्दुल नजीर होंगे आंध्र प्रदेश के नये राज्यपाल, बिस्वा भूषण हरिचंदन को बनाया।

छत्तीसगढ़ का राज्यपाल, अनुसुईया उइके होंगी मणिपुर की नई राज्यपाल, गणेशन होंगे नागालैंड के नये राज्यपाल, फागू चौहान होंगे मेघालय के नये राज्यपाल, लद्दाख के उपराज्यपाल राधाकृष्ण माथुर का इस्तीफा मंजूर, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का इस्तीफा मंजूर।