इस बार दिपावली में गोबर आधारित दीपक मोमबत्तियां , मूर्तियां होगी घरों में

Dr. CHETAN THATHERA
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Bhilwara news। राष्ट्रीय कामधेनु आयोग इस साल स्वदेशी रात निर्भर था को मध्य नजर रखते हुए दीपावली पर गोबर से आधारित दीपक मोमबत्तियां लक्ष्मी जी गणेश जी की मूर्तियां आदि का निर्माण कर लघु उद्योग के रूप में उतारेगी जिसकी शुरुआत की जा चुकी है ।।आयोग ने गोमय दीपक को जन जन के मध्य लोकप्रिय बनाने हेतु राष्ट्रीय स्तर पर कामधेनू दीपावली अभियान मनाने का संकल्प किया है ।


आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ वल्लभ भाई कथेरिया ने वर्चुअल कॉन्फ्रेंस से मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ,(रा का आ) की स्थापना हमारे दूरदृष्टा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गौमाता एवं गौवंश की सुरक्षा, संरक्षण, विकास एवं पशुपालन कार्यक्रम के उचित दिशा में उत्थान को सुनिश्चित करने हेतु की गयी थी । राकाआ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत की सोच के क्रियान्वयन हेतु अपने सर्वोत्तम स्तर पर प्रयासरत है ।

आयोग का मानना है कि गौ केंद्रित अर्थव्यवस्था इस लक्ष्य की प्राप्ति में अपना महती योगदान दे सकती है । इस कार्य हेतु आयोग पंचगव्य गौ उत्पादों के उपयोग में बढ़ोतरी करने के लिए सतत रूप से प्रयासरत है ताकि किसानों , गोपालकों , युवाओं, महिलाओं , स्वयं सहायता समूहों एवं अन्य हितग्राहियों की आय में वृद्धि हो सके ।

आयोग द्वारा इस वर्ष दीपावली पर्व को राष्ट्रव्यापी स्तर पर “कामधेनु दीपावली अभियान” के नाम से मनाने का निर्णय लिया है।इस अभियान में आयोग दीपोत्सव के दौरान गोबर एवं पंचगव्य के बहुआयामी उपयोग को प्रोत्साहित करने जा रही है । दीप पर्व के लिए गोबर आधारित दीये, मोमबत्तियां, धूप, अगरबत्तियां, शुभ- लाभ , स्वस्तिक, समरानी, हार्डबॉर्ड, वाल पीस , पेपर वेट , हवन सामग्री, भगवान गणेश एवं लक्ष्मी की प्रतिमाओं का निर्माण प्रारंभ हो चुका है ।

आयोग ने देशभर में 11 करोड़ परिवारों के माध्यम से गोबर निर्मित 33 करोड़ दीप प्रज्वलित करने का लक्ष्य रखा है । हर्ष का विषय है कि अभी तक प्राप्त जानकारियां उत्साहवर्धन करने वाली हैं । भगवान श्रीराम की पावन जन्मस्थली अयोध्या में 3 लाख दीये प्रज्वलित किये जायेंगे। इसी प्रकार पवित्र स्थल काशी में भी 1 लाख दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम आयोज्य है । समस्त शहर, गांव , कस्बे , घर भी गोबर निर्मित दियों से जगमगाएंगे ।


गोबर आधारित उत्पादों के प्रयोग में अभिवृद्धि, गोआधारित उत्पादन में संलिप्त हजारों उद्यमियों, किसानों, महिला उद्यमियों के लिए व्यापार के अवसरों का सृजन करने के अतिरिक्त स्वच्छ एवं स्वास्थवर्धक पर्यावरण की दिशा में कदम होगा । यह प्रयास गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा । प्रधानमंत्री की संकल्पना एवं स्वदेशी आंदोलन को प्रोत्साहन देते हुए चीन निर्मित दीयों का बहिष्कार सुनिश्चित करेगा ।

राकाआ दीपावली के अवसर पर उपयोग किये जाने योग्य गोबर आधारित उत्पादों के निर्माण एवं विपणन पर ध्यान केंद्रित करने एवं बढ़ावा देने हेतु विभिन्न हितग्राहियों से वेबनारों की श्रृंखला के माध्यम से निरन्तर संवाद कर रही है ।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम