भीलवाड़ा/ भीलवाड़ा जिले के माडंल कस्बे मे स्थित धर्म स्थल( वर्षों पुराने देवनारायण) मंदिर के विवाद को लेकर तथा मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगो द्वारा ऊमर्यादित टिप्पिणियां करने से आक्रशित गुर्जर समाज और हिन्दू सगंठनो ने आज जिला मुख्यालय पर विराट प्रदर्शन किया । इस विराट प्रदर्शन के दौरान अनहोनी रोकने तथा अपार जन समूह को कलक्ट्रेट पर आने से रोकने के लिए कलक्ट्रेट एरिरा मे अघोषित लाॅकडाउन लगा दिया और पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी मे तब्दील कर दिया।
मांडल कस्बे में एक विवादित धर्मस्थल (देवनारायण का मंदिर) जो की 45 साल से बंद है और थाना प्रभारी मांडल को उसका रिसीवर नियुक्त किया हुआ है। इस स्थान को शुक्रवार अलसुबह एक युवक ने कुछ साथियों के साथ मिलकर खोल दिया था। जिसका वीडियो युवक ने सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया।
इसके बाद समुदाय विशेष के लोगों ने इस मामले को लेकर मांडल कस्बे में जुलूस निकाला और आपत्तिजनक नारे लगाते हुये टिप्पणी की। इससे आक्रोशित हिंदू समाज ने रविवार को हिंदू संगठनों के आह्वान पर मांडल कस्बे के बाजार दोपहर 12 बजे तक स्वैच्छिक बंद रखे।
इसके बाद इस दौरान हिंदू संगठनों ने बैठक आहूत कर निर्णय लिया कि सोमवार सुबह मांडल के तेजाजी चौक में एकत्रित होकर भाजपा नेता उदय लाल भडाणा और अंतरराष्ट्रीय सवाईभोज मंदिर के महंत सुरेश जी की अगुवाई मे गुर्जर समाज और व हिन्दू संगठन के युवा, पुरुष हजारो की संख्या मे पैदल मार्च करते हुए ।
भीलवाडा के लिए निकला और ये सभी लोग पैदल मार्च के तहत सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचने वाले थे, लेकिन जिला कलेक्टर आशीष मोदी और एस पी आर्दश सिद्धू के दिशा निर्देश पर यह रैला कलेक्ट्रेट नही पहुंचे इसके लिए कलक्ट्रेट एरिए की सभी सीमाओं को सील कर अघोषित लाॅकडाउन लगा दिया और सभी जगह भारी पुलिस बल तैनात कर दिया तथा इस अपार जनसमूह को सेन्ट्रल जेल चौराहे पर ही रोकने के लिए बेरीकेट लगाते हुए।
एएसपी व डिप्टी एस पी स्तर के सारे अधिकारियों की अगुवाई मे शहर और जिले के आसपास के सभी थानो के प्रभारियो को पुलिस जवानो के साथ तैनात कर छावनी बना अपार जन समूह को जैल चौराहे पर ही रोक लिया गया, जिससे भीड़ आक्रोशित हो गई और पुलिस से धक्का मुक्की का प्रयास कर कलेक्ट्रेट की और जाने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर तैनात जाब्ते ने स्थिति को कन्ट्रोल कर लिया।
पुलिस से धक्का मुक्की होते देख कई लोग मौके से भाग छुटे। बाद मे अपर कलेक्टर (शहर) ने आन्दोलन की अगुवाई कर रहे नेताओं उदयलाल भडाणा, पूर्व पालिका चैयरमेन धनराज गुर्जर और अंतर्राष्ट्रीय सवाईभोज मंदिर के महंत से बातचीत कर महंत जी के नेतृत्व मे 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से मिलकर ज्ञापन देने पर राजी किया और भीड को वही जेल चौराहे टर रोके रखा । प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर आशीष मोदी से उनके कक्ष मे मिला वही पर मौजूद एस पी आर्दश सिद्धू से मिला और
ज्ञापन देते हुए मांग की की मांडल के देवनारायण मंदिर को स्थायी रूप से दर्शनार्थियों के लिए व सेवा पूजा के लिए खोला जाऐ रिसीवरी हटाई जाए ।।मडंल ने कलेक्टर को बताया की इस मामलू मे मुस्लिम समुदाया का दावा दोनो ही कोर्ट ने खारिज कर दिया है । गुर्जरो ने दावा किया की यह मंदिर गुर्जरो व हिन्दूओं का है इसके प्रमाण है और यह प्रमाण उन्होंने कलेक्टर को दिए । प्रतिनिधिमंडल ने आपत्तिनजक टिप्पणियां करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की । कलेक्टर ने रिकॉर्ड की छानबीन व जांच कराने का आश्वासन दिया ।