
भीलवाड़ा/ सरकार द्वारा दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय मोबाइल मेडिकल बेन योजना सुविधा में फर्जीवाड़ा और फैक चिकित्सकों द्वारा उपचार करने की दैनिक रिपोर्टर्स डाॅट काम द्वारा खबर प्रसारित करने के बाद हड़कंप मच गया है और आज भीलवाड़ा जिले के कई ब्लॉक में शिविरों को रोक दिया गया तथा निरीक्षण शुरू कर दिया है।
विदित है की सरकार ने दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में जहां चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से राष्ट्रीय मेडिकल मोबाइल वैन सुविधा शुरू कर रखी है। इस सुविधा का सरकार और जोधपुर के एनजीओ परमात्मा चंद्र भंडारी ट्रस्ट(PCB) के बीच अनुबंध हुआ हुआ है और इन शिविरों में किस तरह फर्जीवाड़ा हो रहा है ग्रामीणों को समुचित जांचें नहीं की जा रही है और यहां तक की नर्सिंग कर्मी ही चिकित्सक बनकर उपचार कर रहे हैं तथा कैसे फर्जीवाड़ा हो रहा है क्या हो रहा है।
खेल इसको लेकर दैनिक रिपोर्टर्स डॉट कॉम ने 19 सितंबर को राजस्थान के अजमेर उदयपुर संभाग में मोबाइल मेडिकल बेन योजना में फर्जीवाड़ा फैक चिकित्सक कर रहे हैं इलाज सरकार बेखबर शीर्षक से एक विस्तृत खबर प्रसारित की थी इस खबर के बाद हड़कंप मच गया और आज भीलवाड़ा जिले के मांडल, आसींद, गंगापुर ब्लॉक में आयोजित होने वाले शिविरों को रोक दिया गया है और आज बीसीएमओ(BCMO) शिविरों की जांच के लिए शिविरों में गए।
इनकी जुबानी
विभाग की ओर से आज मोबाइल मेडिकल वैन सुविधा के जरिए लगने वाले शिविरों को नहीं रोका गया है और इस में हुए फर्जीवाड़े की अब जांच कराएंगे। NGO ने अपने स्तर पर शिविर रोके हैं इसकी मुझे जानकारी नहीं है
डाॅ. मुश्ताक खान
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी(CMHO) भीलवाड़ा