भीलवाड़ा/(चेतन ठठेरा/आजाद नेब)/ राजस्थान सरकार में बीज निगम अध्यक्ष धीरज गुर्जर के विधानसभा क्षेत्र कि शकरगढ़ ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के बाबू द्वारा पिछले 4 साल से प्रारंभिक जांच में 13 लाख से अधिक का गबन करने का मामला सामने आया है । इस संबंध में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी के दिशा निर्देश पर एक ऑडिट कमेटी जांच के लिए बिठा दी गई है जो विस्तृत जांच करेगी कि और गबन कितना किया गया है वही इस संबंध में इस 4 साल की अवधि में हुए इस गबन के लिए बाबू के साथ कितने प्रिंसिपल भी इस गबन के लिए जिम्मेदार माने जाकर जांच के दायरे में आएंगे ?
विदित है कि www.dainikreporters.com द्वारा कल शकरगढ़ स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के बाबू नीलेश वैष्णव द्वारा लाखों रुपए के गबन के संबंध में समाचार प्रसारित होने के बाद विभाग के अधिकारी हरकत में आए और इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ब्रह्मा राम चौधरी ने जहाजपुर सीबीईओ को आज सवेरे तत्काल स्कूल पहुंचकर जांच करने के निर्देश देने के साथ ही वह स्वयं टीम के साथ शकरगढ़ स्कूल पहुंचे और प्रिंसिपल लक्ष्मी शर्मा से जानकारी लेकर प्रारंभिक तौर पर की गई जांच में सितंबर 2019 से ही वेतन बिलों की मद मे डीए राशि में हेराफेरी कर गबन करने का मामला सामने आया और अब तक करीब 13 लाख की राशि का गबन सामने आया है।
लेकिन विस्तृत जांच पड़ताल के लिए एक ऑडिट कमेटी बनाकर इसकी विस्तृत जांच पड़ताल करने के निर्देश मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ब्रह्मा राम चौधरी ने जारी कर दिए हैं । और इसके साथ ही मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी चौधरी ने प्रिंसिपल लक्ष्मी शर्मा को संबंधित बाबू नीलेश वैष्णव के खिलाफ पुलिस थाने में एफ आई आर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं ।
नियम क्या है
लेखा नियम और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार वेतन बिल मद मे एचआर सहित अन्य मिलने वाले अलाउंस की राशि का फाइनल सत्यापन डीडी पावर अर्थात आहरण वितरण अधिकारी जो कि स्कूल के प्रिंसिपल को होते हैं और उनकी जिम्मेदारी होती है कि वह कोष कार्यालय को फाइनल बिल भेजने से पहले संबंधित बाबू द्वारा बनाए गए बिलों का एक बार निरीक्षण और सत्यापन कर ले और उसके बाद ही बिल भेजें।
कितने प्रिंसिपल होंगे जिम्मेदार
नियमों के तहत जिन जिन प्रिंसिपल के कार्यकाल में यह गबन हुआ है वह सभी प्रिंसिपल भी इस गबन के लिए जिम्मेदार होंगे और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ विभागीय कार्यवाही भी हो सकती है ?
विभागीय सूत्रों के अनुसार शकरगढ़ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के सन 2019 से 2021 तक रामबाबू ज्योति प्रिंसिपल रहे उसके बाद 2021 में अगस्त तक मोती लाल मीणा प्रिंसिपल के पद पर रहे इसके बाद सितंबर 2021 से वर्तमान समय तक में लक्ष्मी शर्मा प्रिंसिपल है।
और भी हो सकता गबन कैसे
विदित है कि जैसे जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र के ही कोटडी साकड़ा और गेगा का खेड़ा में बाबू द्वारा किए गए गवन की परतें ऑडिट टीम द्वारा जिस तरह वेतन बिल के अलावा जांच पड़ताल में और भी गबन सामने आया इसी तरह इस मामले में भी प्रारंभिक जांच में तो अभी केवल वेतन मद में डीए राशि में ही गबन सामने आया है अब ऑडिट टीम द्वारा जांच की जाएगी उसमें और भी बिलों में गबन खुल सकते हैं
कैसे किया गबन
वेतन बिल आजकल कंप्यूटर से बनाए जाते हैं । लेखा विभाग के तकनीकी नियमों के अनुसार कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर बिल जनरेट करते समय दो ऑप्शन मांगता है परसेंटेज ऑप्शन और फिगर यानी कि राशि का ऑप्शन इस मामले में बाबू नीलेश वैष्णव ने चालीकी दिखाते हुए फिगर ऑप्शन चयन किया इससे कंप्यूटर सॉफ्टवेयर फिगर ऑप्शन के आधार पर ही बिल जनरेट कर रहा था ।
बाबू ने बड़ी चालाकी से ही फिगर ऑप्शन का चयन किया जो फिगर वह कंप्यूटर में डालता वह उस पर जनरेट कर वह(बाबू) राशि बड़ा कर जनरेट कर देता था बाबू नीलेश ने डीए बिलों के फिगर राशि में उदाहरण के तौर पर जैसे 500000 का स्कूल का स्टाफ का डीए बिल बना और बाबू नीलेश में उसे फिगर ऑप्शन के बढ़ाकर 968000 कर दिया और वह पारित होकर राशि स्कूल खाते में आ गई । इस तरह 4.68 लाख का गबन किया इसी तरह साल 2019 सितंबर से गबन कर रहा था ।अप्रैल 2022 से पहले इस तरह जितना बजट होता था उसे वित्तीय वर्ष तक पूरा करना होता था लेकिन अप्रैल 22 के बाद व्यवस्था खत्म कर दी गई है।
बाबू निलंबित
बताया जाता है कि इस घटना के बाद आरोपी बाबू नीलेश फरार आज जांच कमेटी में से फोन भी किया लेकिन उसका फोन भी बंद आ रहा था जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय बंशीलाल केरल इस मामले में आरोपी बाबू नीलेश वैष्णव को सस्पेंड कर दिया है
इनकी जुबानी
इस मामले में आरोपी बाबू नीलेश वैष्णव के खिलाफ विद्यालय की प्रिंसिपल लक्ष्मी जी शर्मा को मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दे दिए हैं तथा एक ऑडिट कमेटी जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय बंशी लाल कीर के नेतृत्व में एएओ(AAO)और अकाउंटेंट की गठित कर दी गई जो जांच कर रिपोर्ट देगी और इसमें इस कार्यकाल के दौरान जो भी प्रिंसिपल होंगे उनके खिलाफ भी विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी ।
ब्रह्मा राम चौधरी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी भीलवाड़ा