
भीलवाड़ा( गोपाल वैष्णव रायला)/ राजस्थान सरकार एक और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है तथा राजकीय उच्च बालिका प्राथमिक विद्यालयों को हायर सेकेंडरी में क्रमोन्नत कर रही है वहीं दूसरी ओर भीलवाड़ा जिले के बनेड़ा उपखंड के उपरेड़ा गांव में स्थित राजकीय उ बालिका च्च प्राथमिक विद्यालय क्रमोन्नत होना तो दूर इस विद्यालय की स्थिति यह है कि 19 साल से यहां पर 214 छात्राएं और 9 शिक्षक हैं और मात्र स्कूल में तीन कमरे हैं।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!ऐसे में कैसे होगी छात्राओं की पढ़ाई और कैसे होगा विद्यालय क्रमोन्नत इस विद्यालय में और कक्षा कक्षों के निर्माण के लिए अनेक बार विद्यालय के प्रधानाध्यापक तथा समाजसेवियों ने राजनेताओं सीबीईओ(CBEO) और जिला अधिकारियों को पत्र लिखें लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हुआ।
जिले के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बनेड़ा के उपरेडा ग्राम पंचायत में राजकीय बालिका प्राथमिक विद्यालय 1993 में राज्य सरकार ने खोली और इस विद्यालय को 2003 में उच्च प्राथमिक में क्रमोन्नत किया गया। इस विद्यालय के क्रमोन्नति के बाद से छात्राओं के पढ़ने के लिए अब तक अतिरिक्त कमरे नहीं बनाए गए। जिससे अध्यापकों को छात्राओं को पढ़ाने में बड़ी दिक्कत महसूस होती है।
इस विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाध्यापक इकबाल अंसारी ने बताया कि उन्होने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बनेडा को कमरे बनवाने के लिए अनेक बार पत्र लिख रखा है तथा यहां के जनप्रतिनिधियों को भी अवगत करा रखा है कि विद्यालय में कक्षा कक्षों की कमी है जिससे छात्राओं को बिठाने और पढ़ाने में परेशानी होती है । इस विद्यालय में वर्तमान में कुल 214 छात्राएं,9 शिक्षक और मात्र 3 कमरे हैं ।
प्रदेश मंसूरी महासभा के अध्यक्ष मुबारक मंसूरी तथा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गोपाल बागंड ने इसी विद्यालय को छात्राओं के हित के लिए दसवीं तक क्रमोन्नत करने की मांग भी कर रखी है। भौतिक परिस्थिति की वजह से क्रमोन्नत नहीं हुआ है।
इसी विद्यालय के लिए और कमरों के मांग भी लंबे समय से की जा रही हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों की इच्छा शक्ति की कमी की वजह से विद्यालय के कमरों का निर्माण नहीं हो पाया जिसकी परेशानी छात्राओं सहित पढ़ाने वाले शिक्षकों को भी उठानी पड़ रही है।
इस विद्यालय के लिए 6 बीघा नई जमीन भी ग्राम पंचायत ने आवंटित कर रखी है । यदि वित्तीय स्वीकृति जारी हो जाती है तो विद्यालय को नवीन भवन भी उपलब्ध हो सकता है और क्रमोन्नति के आदेश भी हो जाए तो कोई अड़चन नहीं आएगी।
मंसूरी व बागंड ने बताया कि विद्यालय के नए भवन निर्माण हेतु मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी भीलवाड़ा एवं शिक्षा मंत्री राजस्थान सरकार जयपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान सरकार जयपुर को 181 एवं जिला कलेक्टर भीलवाड़ा को जनसुनवाई एवं राज्य सरकार को जनसुनवाईयों में सैकड़ों पत्र दिए जा चुके हैं लेकिन विद्यालय का अन्यत्र नए भवन आज दिन तक बनाने के आदेश नहीं हुए। विद्यालय के वर्ष 2003 से क्रमोन्नति के बाद से ही तीन कमरों में ही पढ़ाई होती आ रही है।
भीलवाड़ा जिले के बनेड़ा तहसील की ग्राम पंचायत उपरेडा में बालिका शिक्षा के नाम पर घोषणाएं थोथी साबित हो रही है।
कार्यवाहक प्रधानाध्यापक इकबाल मंसूरी ने बताया कि हम पहली दूसरी कक्षा को एक साथ बिठाते हैं, तीसरी चौथी क्लास को एक साथ बिठाते हैं, पांचवी क्लास को अलग बिठाते हैं। इसी तरह छठी सातवीं कक्षा को एक साथ बिठाते हैं और आठवीं क्लास को अलग बिठाकर पढ़ाते हैं।
कमरे नहीं होने की वजह से बरामदे में ही क्लास लगा दी जाती है। सर्दी गर्मी और बरसात के दिनों में बार-बार छात्रों में पढ़ाने के लिए बैठक व्यवस्था चेंज करनी पड़ती है जिससे पढ़ाई में व्यवधान भी उत्पन्न होता है। लेकिन सरकार की व्यवस्थाओं के अनुसार हम ने छात्राओं को पढ़ाना पड़ता है।