जहाजपुर (आज़ाद नेब) बाल विवाह को रोकने के लिये समाज की मानसिकता एवं सोच में सकारात्मक परिवर्तन लाने एवं जन-सहभागिता व चेतना जागृत करने के लिए थानाधिकारी प्रत्येक बीट पर जाकर आमजन को जागृत कर रहे है।
थानाधिकारी राजकुमार नायक ने बताया कि अक्षय तृतीया (आखातीज) के पर्व 3 मई एवं पीपल पूर्णिमा 16 मई के पर्व पर क्षेत्र में बाल विवाह की प्रभावी रोकथाम के लिए जिला मजिस्टेट आशीष मोदी ने बुधवार को दिशा-निर्देश जारी किये थे।
आमजन में बाल विवाह रोकथाम के लिए जागरुकता लाने के लिए पुलिस प्रत्येक बीट एवं प्रत्येक गांव में जाकर लोगों को बाल विवाह न करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
आज सरसिया, बिलेठा, धौड़, नाथुण, कुराड़िया, गांगीथला गांवो में सामूहिक चर्चा की गई जिससे मिली जानकारी के आधार पर गांव / मौहल्लों के उन परिवारों में जहां बाल विवाह होने की आशंका हो, समन्वित रूप से समाझाईश करना। जहां आवश्यक हो, कानून द्वारा बाल विवाहों को रोका जाने पर चर्चा की गई।
बाल विवाह रोकथाम के लिए ग्राम स्तर पर पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी, अध्यापक, विभिन्न सहायता समूह, महिला समूह, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनबाडी कार्यकर्ता, साथिन, सहयोगिनी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, ग्राम स्तरीय कार्मिकों बाल विवाह होने पर निकट के पुलिस स्टेशन में सूचना देने हेतु पाबन्द किया गया है। कार्यालय में कन्ट्रोल रूम स्थापित किया है जो 24 घण्टे क्रियाशील रहेगा।