Bhilwara News ।भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा उपखंड के एक गांव में एक किसान ने भिंडी की नई किस्म लाल भिंडी(Lal Bhindi) का उत्पादन कर राजस्थान में एक अनोखा नया प्रयोग किया है इस अनोखे और नए प्रयोग की खबर खेलने के बाद कई जगहों से किसान इस नई किस्म की भिंडी को देखने के लिए और इसके उत्पादन की प्रक्रिया को समझने के लिए रासेड गांव में पहुंच रहे हैं ।
जिले के शाहपुरा उपखंड के निकटवर्ती रासेड़ ग्राम में काश्तकार रामपाल सुवालका ने लाल रंग की भिंडी का उत्पादन शुरू कर नवाचार किया है। सुवालका ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र भीलवाड़ा से प्रेरणा लेकर इन्होंने लाल कलर की भिंडिया उगाई है। फसल पुर्ण रूप से तैयार हो गयी हैं।केवीके भीलवाड़ा के कृषि वैज्ञानिकों से मार्गदर्शन व प्रशिक्षण प्राप्त कर उन्होंने इस किस्म के व्यावसायिक उत्पादन का निश्चय किया।
कहा से लाया गया बीज
इस किस्म का बीज महाराष्ट्र से लाया गया है।इसका नाम यूपीएल कंपनी एडवांटा का कुमकुम लाल है।हरी भिंडी के समान ही लाल रंग की भिंडी में पोषक तत्व हैं।
क्यों और कैसे होती
कृषि विज्ञान केंद्र अरनिया घोड़ा के अध्यक्ष डॉक्टर सीएम यादव ने बताया कि भिंडी में लाल रंग का कारण एंथोसाइमैन पिगमेंट की वजह से होता है।फसलों के अंदर नित नए अनुसंधान चल रहे हैं जिसकी वजह से काफी नई नई वैरायटी निकलकर सामने आ रही है।
दूर-दूर से आ रहे किसान देखने
सुवालका के पास इस किस्म की भिंडी की पैदावार और उगाने की तकनीक को लेकर दुर दुर से ग्रामीण पहुँच रहे है और जानकारी प्राप्त कर रहे है।