Bhilwara News । वस्त्र नगरी भीलवाड़ा में अब कोरोना वायरस संक्रमण काल बनकर कहर ढा रहा है भीलवाड़ा में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 100 पार कर गया हैं तो वहीं पिछले 1 सप्ताह के अंदर 35 से अधिक मौतें कोरोना वायरस के कारण हो गई है । वही आज कोरोना पॉजिटिव रोगियों का एक बार फिर शतक लगा और 100 पॉजिटिव रोगी एक साथ आए हैं। अब भीलवाड़ा में कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या बढ़कर 5866 गई है ।
वस्त्र नगरी भीलवाड़ा कोरोना वायरस संक्रमण के शुरुआती काल में पूरे राजस्थान में पूरे देश में एक उदाहरण बन कर उभरा था । कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने के लिए जो प्रक्रिया तत्कालीन कलेक्टर राजेंद्र भट्ट द्वारा अपनाई गई थी । वह कारगर साबित हुई थी और कोरोना की चेन टूटी थी लेकिन भीलवाड़ा मॉडल पिछले 3 माह के दौरान ही पस्त हो गया और स्थिति यह है कि अब कोरोनावायरस को लेकर शहर में त्राहि-त्राहि मची हुई है ।
लेकिन प्रशासन और चिकित्सा विभाग अपने आप को असहाय महसूस कर रहा है और कुछ उपाय करने की स्थिति में भी नजर नहीं आ रहा है शहर में लगातार पॉजिटिव रोगियों की संख्या रफ्तार के साथ बढ़ रही है अब तक कोरोना संक्रमण से 101 जाने जा चुकी है और वही देखा जाए तो पिछले 1 सप्ताह के अंदर भीलवाड़ा में 35 से अधिक मौतें कोरोनावायरस के कारण हो चुकी है।
स्थितियां यह है कि एक श्मशान में एक के बाद एक दाह संस्कारों की जैसे लाइन लगी हुई है तो वही कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या भी सुरसा के मुंह की तरह तेजी से बढ़ती जा रही है आज भी भीलवाड़ा में 100 पॉजिटिव एक साथ आए इन्हें मिलाकर अब भीलवाड़ा में कोरोना पॉजिटिव रोगियों का आंकड़ा 5866 पहुंच गया है भीलवाड़ा में दिनोंदिन कोरोना से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं ।
आखिर प्रशासन क्यों मुंह को दर्शक बना बैठा है
कोरोनावायरस से लगातार हो रही मौतों और पॉजिटिव रोगियों की संख्या के तेजी से बढ़ने के कारण आमजन में खूब बढ़ता जा रहा है शहर के व्यापारियों ने अलग-अलग जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर मांग भी की की भीलवाड़ा में लॉकडाउन लगाया जाए और अगर लोग डाउन नहीं लगा सकते तो कम से कम बाजार में दुकानें बंद होने की समय सीमा 6:00 बजे या 5:00 बजे तक कर दी जाए ।
14 सप्ताह में 2 दिन कम से कम लोग डाउन लगाया जाए लेकिन व्यापारी द्वारा ज्ञापन देने के 1 सप्ताह बाद भी आज तक जिला प्रशासन इस मामले में कोई निर्णय नहीं कर पाया है और स्थितियां यह है कि रोगी की संख्या रफ्तार के साथ बढ़ रही है तो मौतों का सिलसिला भी तेजी से बढ़ रहा है अगर यही प्यार ही तो कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं आने वाले दिनों में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा ऐसा हो जाए कि जिसके मैं आकलन करना भी मुश्किल हो