कल से 4 माह के लिए शादियां और मागंलिक कार्यों पर रोक

Chief Minister Mass Marriage and Grant Scheme, 2021

भीलवाड़ा/ पौराणिक और धार्मिक परंपरा एवं मान्यताओं के अनुसार कल से ही अगले 4 माह तक शादियों पर और मांगलिक कार्यों पर पूर्णतया रोक रहेगी अर्थात इसे यूं कहे तो अतिशयोक्ति नहीं होगी कि अगले 4 माह तक शादियां और मांगलिक कार्यक्रम करना वर्जित रहेगा ।

आज देवशयन एकादशी(ग्यारस) के साथ ही अगले चार माह अश्विनी माह तक शादियों ग्रह प्रवेश मुंडन संस्कार तथा अन्य और मांगलिक कार्यक्रम नहीं हो सकेंगे।

ज्योतिष डॉक्टर पंडित गोपाल उपाध्याय ने बताया कि इस वर्ष भगवान विष्णु 120 दिन की बजाय 117 दिन चिर निद्रा में रहेंगे और इस अवधि के दौरान संत गण महंत आमजन धर्म कर्म पूजा पाठ और आराधना नहीं यह समय बिताएंगे पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस अवधि में सृष्टि को संभालने और कामकाज का संचालन देवों के देव कालों के काल महाकाल भोलेनाथ बाबा के पास रहेगा आषाढ़ की एकादशी से पूर्णिमा तक 4 दिन फिर 29 दिन का श्रावण मास और 30 दिन का भाद्रपद महिना रहेगा तथा अश्विनी मास में कुंती और कार्तिक मास के 25 दिन इस तरह इस बार 117 दिन का चातुर्मास रहेगा।

पिछले साल अपनी मास का अधिक मास था इस कारण चातुर्मास 4 नहीं 5 महीने का रहा सावन से लेकर कार्तिक मास तक चातुर्मास का समय रहेगा और अब भगवान विष्णु कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की देवउठनी एकादशी जो 5 नवंबर 2022 को है तब तक निद्रा से उठेंगे और उसके बाद शादियां गृह प्रवेश मुंडन संस्कार सगाई सही सभी मांगलिक कार्यों की वापस शुरुआत होगी।