भीलवाड़ा/ राजस्थान की वस्त्र नगरी भीलवाड़ा जिले से लड़कियों की खरीद-फरोख्त के मामले में आज राष्ट्रीय बाल आयोग द्वारा निरीक्षण के दौरान चौंकाने वाला खुलासा सामने आया जब जिले एक उपखंड क्षेत्र के दो गांव से 34 बालिकाएं लापता मिली है जिसने सबको चौंका दिया है ।
भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर उपखंड के पंडेर से स्टांप पेपर पर लड़कियों की खरीद-फरोख्त का मामला हालांकि पुराना है लेकिन पिछले दिनों मीडिया द्वारा इस मामले को एक बार फिर उठाने के बाद राजस्थान सरकार में हलचल मच गई थी और महिला आयोग से लेकर राष्ट्रीय बाल आयोग और कई आयोग सक्रिय हो गएऔर जांच के लिए अलग-अलग भीलवाड़ा आने लगे ।
इस मामले में हालाकीं जिला कलेक्टर आशीष मोदी और पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू को पत्रकार वार्ता करके इसका खुलासा भी करना पड़ा लेकिन आयोग अपनी कार्यवाही करने में लगे हैं और इसी कड़ी में आज राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो और आयोग के पूर्व सदस्य शैलेंद्र पांडे तथा अन्य सदस्य आज भीलवाड़ा पहुंचे ।
उन्होंने जिले में पहुंचकर जहाजपुर उपखंड के इटुंडा और धोड़ गांव पहुंचे तथा अपनी जांच को नए तरीके से एंगल देते हुए इन्होंने इन दोनों ही गांव की सरकारी और प्राइवेट स्कूलों का निरीक्षण कर स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण कर वहां के नामांकन डाटा की जानकारी ली और पड़ताल की थी।
स्कूल में और आंगनबाड़ी में कितनी बालिकाओं के नाम दर्ज है और वह कब से वहां नहीं आ रही है इस जांच पड़ताल और डाटा लेने के बाद वह जो बालिकाएं स्कूल और आंगनबाड़ी लंबे समय से नहीं आ रही है उनका पूरा पता लेकर उनके आवास पर पहुंचे और उनके परिजनों से इस संबंध में बातचीत की तथा बालिकाओं के बारे में पूछा लेकिन बालिकाएं वहां नहीं मिली और उन्हें परिजनों के द्वारा संतोषजनक जवाब भी नहीं मिल पाया।
इस जांच पड़ताल में करीब 34 बालिकाओं के डाटा सामने आए जो लापता है। इस पर आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों ने एसडीएम और पुलिस अधिकारियों को इन लापता बालिकाओं के बारे में जानकारी करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद आयोग के अध्यक्ष और सदस्य पंढेर गांव भी गए जहां दल ने जांच पड़ताल की ।
दूसरी और राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष और उनकी तल्खी के बाद जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने जहाजपुर उपखंड के इटून्डा,धौड और पंडेर सेक्टर में स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों का सर्वे कराने के दिशा निर्देश दी है और यह कार्य शिक्षकों का आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा कराने के आदेश दिए हैं