Bhilwara।ब्रह्मांड में घटने वाले घटनाक्रम ग्रहण कहता है तहत 26 मई को पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा लेकिन भारत में सूतक नहीं लगेगा और यम नियम भी लागू नहीं होंगे वही 10 जून को सूर्य ग्रहण होगा ब्रह्मांड में होने वाले इन दोनों ग्रहण का प्रभाव आमजन पर तथा राजनीतिक क्षेत्र में क्या पड़ेगा और क्या रहेगा तथा कोरोना की स्थिति क्या रहेगी आइए जानते हैं पढ़ें पूरी खबर ।
पूर्वी भारत में 26 मई की शाम को पूरे आसमान पर दिखेगा पूर्ण चंद्रग्रहण और आसमान में पूर्ण चंद्रग्रहण दिखने के ठीक बाद ही नज़र आएगा एक दुर्लभ विशाल और सुर्ख चंद्रमा जिसे सुपर ब्लड मून कहते हैं। आखिरी पूर्ण चंद्रग्रहण को कोलकाता में आज से ठीक 10 साल पहले, 10 दिसंबर 2011 को देखा गया था।
सूर्य, धरती और चंद्रमा इस तरह से 26 मई की रात को, एक सीध में होंगे कि धरती से यह पूर्ण चंद्रमा के रूप में नज़र आएगा और इस पर पूर्ण चंद्रग्रहण कुछ समय के लिए लगा होगा। उत्तरी व दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और पूर्वी एशिया के ज्यादातर हिस्सों में यह पूर्ण चंद्रग्रहण दिखाई देगा। चंद्रमा पर आंशिक ग्रहण 26 मई को दोपहर के 3:15 बजे से शुरू होगा और शाम को 6:22 बजे तक समाप्त होगा। इस चंद्रग्रहण का भारत मे सूतक और यम-नियम लागू नही होंगे ।
वैद गायत्री ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के निदेशक ज्योतिष पंडित गोपाल पुत्र नानूरामउपाध्याय के अनुसार चन्द्र ग्रहण अनुराधा नक्षत्र वृश्चिक राशि से होता हुआ गुजरेगा इस लिए इस राशि वालों को सावधानी रखनी होगी संक्रमित रोगों व विरोधियों से टकराव से बचना होगा ।
बाकी राशियों में मध्यम प्रभाव होगा भारत में इस चन्द्र ग्रहण का प्रभाव पूर्वी भारत व दक्षिणी भारत में क्षेत्रों में आने वाले समय में देखने को मिलेगा समुद्री क्षेत्र में तुफान ज्वार भाटा व बेसमय में मौसमी बदलाव देखने को मिलेगाव पूर्वी भारत व उत्तरी भारत में भूकम्प व भूस्खलन आदि देखने को मिलेगा ।
आम जन मानस में नये संक्रामक रोग देखने को मिल सकते हैं व राजनितिक रूप से भारत में पूर्वी क्षेत्र में बंगाल आदि में उठा पटक रहेगी ममता व केंद्र सरकार के बीच टकराव रहेगा केंद्र सरकार द्वारा अच्छे कार्यों के करने के उपरान्त भी विपक्ष सरकार पर आरोप प्रत्यरोप लगाते रहेंगे व आंदोलन रत रहेगा आम जनमानस में कहीं कहीं असंतोष देखने को मिलेगा ।
आर्थिक रूप से कुछ समय के लिए मन्दी देखने को मिलेगा लेकिन मन्दी के बादल कुछ समय बाद धीरे धीरे छँट जायेंगे और बाजार की स्थिति में कुछ समय के अंतराल बाद सुधार की और अग्रसर होगा ।
ज्योतिष उपाध्याय ने बताया की अगला ग्रहण 10 जून 2021 सूर्य ग्रहण होगा । अगस्त तक दृष्टांत घटित होते रहेगे कोरोना की दूसरी लहर भी कम हो जाऐगी इससे जनमानस को राहत मिलेगी । दोनो ग्रहण का राजनैतिक रूस से सबसे अधिक प्रभाव पश्चिम बंगाल व महाराष्ट्र मे देखने को मिलैगा