150 से ज्यादा माहेश्वरी प्रोफेशनल प्रतिभाओं का सम्मान

भीलवाड़ा /श्री नगर माहेश्वरी सभा भीलवाड़ा एवं माहेश्वरी प्रोफेशनल फोरम द्वारा 150 से ज्यादा माहेश्वरी प्रोफेशनल कोर्सेस में श्रेष्ठ रहे बच्चों को सम्मान किया गया। जिन्होंने पिछले 1 वर्ष में अपने अपने शिक्षा क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल की है।

इनमें से 35 विद्यार्थियों ने सीए पास किया, 3 बच्चों ने आईआईटी परीक्षा उत्तीर्ण की, 3 ने डॉक्टरेट डिग्री हासिल की, 6 ने कॉस्ट अकाउंटेंट की फाइनल परीक्षा पास की तथा इन सभी के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में ऑल इंडिया रैंक हासिल करने वाले 6 विद्यार्थी भी शामिल थे।

मीडिया प्रभारी महावीर समदानी ने बताया कि कार्यक्रम का प्रारंभ महेश वंदना से शुरू हुआ। देश भर में विख्यात अहमदाबाद के मोटिवेशनल स्पीकर मौलीन पांड्या, जिन्होंने 5000 से ज्यादा सेमिनार को संबोधित किया है, कार्यक्रम का संचालन किया।

उन्होंने बताया कि मां-बाप बच्चों की खुशियों के लिए अपना पूरा जीवन न्योछावर कर देते हैं और बच्चों को भी उनकी जिम्मेदारी समझकर उनका सम्मान तथा उनकी आशाओं पर खरे उतरना चाहिए। टाइम मैनेजमेंट का पालन कर तथा कंफर्ट जोन से बाहर आकर बच्चा अपनी असली क्षमता को पा सकता है।

बड़े लक्ष्य को छोटे छोटे गोल्स में बनाकर बच्चे अपने लक्ष्य को सरलता से पा सकते हैं। माहेश्वरी समाज में इतनी प्रतिभाओं को देखकर मौलिन जी भी भाव विभोर हो गए तथा आगे भी भीलवाड़ा में आने की इच्छा व्यक्त की।

माहेश्वरी प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष प्रदीप लाठी ने बताया कि “स्टेशनरी बैंक” प्रकल्प में जरूरतमंद विद्यार्थियों को स्टेशनरी दी जाती है और अभी तक 500 से अधिक बच्चों को इस प्रकल्प द्वारा सहायता दी जा चुकी है।

माहेश्वरी प्रोफेशनल फोरम के सचिव सुनील सोमानी ने “एमपीएफ सेतु” प्रकल्प के बारे में बताया कि इस प्रकल्प के तहत माहेश्वरी समाज के सभी सम्मान जनों से आर्थिक मदद लेकर जरूरतमंद एवं मेधावी बच्चों तक पहुंचाते हैं।

कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष कैलाश कोठारी, मंत्री सत्येंद्र बिरला, जिला अध्यक्ष दीनदयाल मारु, मंत्री देवेंद्र सोमानी, श्रीनगर सभा अध्यक्ष केदार जागेटिया, मंत्री अतुल राठी व महिला मंडल द्वारा बच्चों को मेडल पहनाकर तथा प्राइस देकर पुरस्कृत किया गया।

कार्यक्रम में एमपीएफ से सीए सोनेश काबरा, सीएमए अभिषेक बाहेती, ललित पोरवाल, सुधा चांडक, कनुप्रिया बंग, निशा सोनी, साक्षी आगाल, मधु देवपुरा, कपिल बाहेती सहित 50 से ज्यादा सदस्यों ने बच्चों का मनोबल बढ़ाया।