Bhilwara News – शहर की कृषि उपज मंडी (Agricultural produce market) में व्यापारी(businessman) को बंधक (hostage) बनाकर 28 लाख रुपए लूटने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। व्यापारी ने गुरुवार को केकड़ी थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
पुलिस के अनुसार कृषि उपज मंडी में आढ़त का काम करने जितेंद्र सिंघवी निवासी अजमेर गेट केकड़ी ने गुरुवार को मुकेश फागना निवासी सिपुरा के खिलाफ अपहरण कर 28 लाख रुपए लूटने की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पीडि़त ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि अक्तूबर माह में आरोपी उसके पास आया था और मूंगफली की फसल बेचने संबंधी बातचीत की। जिस पर व्यापारी की ओर से मंडी में अन्य व्यापारियों के यहां सौदे करवाकर उसकी फसल बिकवा दी और स्वयं का कमीशन प्राप्त कर लिया। इसी तरह पूरे महीने में व्यापारी की ओर से आरोपी की मूंगफली के लगभग 25 ट्रकों के सौदे मंडी में करवाए और उसका पैसा आरोपी को देकर अपना कमीशन प्राप्त किया।
28 नवंबर को भी आरोपी ने व्यापारी को फोन कर ट्रक नायकी गांव के पास खराब होने की बात कहकर उसे वहां बुला लिया। व्यापारी अपने मुनीम के साथ जब वहां पहुंचा तो आरोपी 4-5 अन्य लोगों के साथ वहां कार में बैठा था और एक दूसरी कार भी उनके साथ थी जिसमे 7-8 लोग बैठे थे। व्यापारी और मुनीम ज्यों ही वहां पहुंचे तो आरोपी के साथ कार में बैठे लोगों ने उन्हें धकेलते हुए कार में पटक दिया और उनके मोबाइल छीन कर बंद कर दिए।
आरोपी उन्हें निवाई के पास ले गए और मारपीट करने लगे। व्यापारी की ओर से मारपीट करने का कारण पूछने पर आरोपी ने कहा कि उसने जो माल बेचा था उसका पेमेंट उसका पार्टनर लेकर चला गया,इसलिए वह उसे 70 लाख रुपए मंगवा कर दे। व्यापारी की ओर से इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता व्यक्त की तो आरोपियों ने उनके साथ फिर मारपीट की गई। इस पर अपनी जान बचाने के लिए व्यापारी ने अपने मुनीम को केकड़ी भेजकर अपने खाते से 28 लाख रुपए मंगवाए और आरोपियों को दे दिए।
तब जाकर आरोपी उन्हें केकड़ी लाए और 42 लाख रुपए वसूल करने की धमकी देकर छोड़ा।
डर के मारे व्यापारी और मुनीम ने यह बात किसी को नहीं बताई। 11 दिसंबर को व्यापारी के पास एक फोन आया और माल बेचने की बात कहकर उसे मंडी के बाहर बुलाया तो व्यापारी ने देखा कि इन व्यक्तियों में वह व्यक्ति भी शामिल था जिसने उस दिन उसका अपहरण कर मारपीट की थी। व्यापारी वहां नहीं रुका और डरा सहमा घर पहुंचा तथा परिजनों को सारी बात बताई। जिसके बाद गुरुवार को पीडि़त ने थाने में पहुंच कर रिपोर्ट दर्ज करवाई।