भीलवाड़ा मे कोरोना संकट में प्रवासियों का सहारा बनी मनरेगा, लोगो को मिला रोजगार

Dr. CHETAN THATHERA
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भीलवाड़ा जिला कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट

Bhilwara News। महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत श्रमिक नियोजन में भीलवाड़ा जिला प्रदेश में न केवल अव्वल है बल्कि प्रवासी श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने में भी बेहतर प्रदर्शन किया है। अन्य राज्यों से गृह जिले भीलवाड़ा लौटे प्रवासियों में से लगभग आधे श्रमिकों को उनके अपने गांव में ही रोजगार उपलब्ध करवाया गया है।
भीलवाडा जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट ने बताया कि कोरोना संकटकाल में अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में प्रदेश लौटे प्रवासी मजदूरों के सामने स्थानीय स्तर पर रोजगार की उपलब्धता बड़ी चुनौति है। राज्य सरकार ने भी स्थानीय उद्योग धंधों को बढ़ावा देकर व अन्य उपायों से स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन को प्रेरित करने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्राी स्वयं भी प्रवासी श्रमिकों से जुड़ी इस समस्या की ओर कई बार ध्यान दिला चुके हैं। लाॅक डाउन के दौरान लगभग 48 हजार प्रवासी श्रमिक जिले में लौटे। ये सभी रोजगार के लिए अन्य राज्यों में गए थे लेकिन कोरोना संकट के दौर में घर लौट आये। महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत इनमें से करीब 23 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है।
मनरेगा मे 3.81 लाख श्रमिक रोजगार पर- बिरडा

जिला परिषद सीईओ गोपाल राम बिरडा ने बताया कि जिले में पिछले वर्ष कुल सक्रिय जाॅब कार्ड की संख्या 3 लाख 8 हजार थी जो वर्तमान में 3 लाख 31 हजार है। नरेगा के तहत जिले में वर्तमान नियोजित श्रमिकों की संख्या प्रदेश भर में सर्वाधिक हैं। उन्होंने बताया कि प्रवासियों के जाॅब कार्ड बनाने का कार्य जारी है और नियोजित श्रमिकों की संख्या शीघ्र ही 4 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम