Bhilwara News / Dainik reporter (मूलचन्द पेसवानी) : भीलवाड़ा नगर परिषद की सभापति ललिता समदानी के खिलाफ आज अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष बैठक में चर्चा के दौरान आरोप प्रत्यारोप लगे। इसके बाद हुए अविश्वास प्रस्ताव पर गोपनीय मतदान में अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया।
विशेष बैठक के लिए जिला कलेक्टर के प्रतिनिधि एडीएम राकेश कुमार ने मतगणना के बाद परिणामों की घोषणा करते हुए कहा कि कुल 45 जनों ने आज मतदान किया तथा सभी 45 मत ही अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में थे। इस प्रकार से अविश्वास प्रस्ताव को पारित घोषित किया गया। कांग्रेस सदस्य अनुपस्थित रहे। सभापति ललिता समदानी ने प्रस्ताव पर हुई चर्चा में तो भाग लिया पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया।
मतगणना से ठीक पहले सभापति एक बार कक्ष से बाहर निकली और पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्षद नवीन सबनानी द्वारा उसे धमकी दी गई है। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा की गुहार की तथा कहा कि गुप्त मतदान से जो परिणाम आयेगा वो सबके सामने होगा। नगर परिषद में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के बाद मतगणना शुरू होने के समय कांग्रेस के पार्षद नगर परिषद सभागार पहुंचें। इनमें मंजू पोखरणा, विश्वबंधुसिंह राठौड़, राजकुमार घावरी, पार्षद पति जेपी खटीक, आसिफ व फजल रउफ शामिल हैं।
इससे पूर्व चर्चा पर हुई बहस में सभापति ललिता समदानी पर विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी सहित पार्षद जमकर बरसे। एक के बाद एक कई भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इस दौरान पार्षदों ने जब यह कहा कि वे शहर में चलकर दिखाएं तो जनता उन्हें जवाब दे देगी। इस पर सभापति ने कहा कि उन्हें खुली धमकियां दी जा रही हैं। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। विधायक ने सभापति पर कई गंभीर आरोप लगाए।
सभापति ने विधायक पर ही काम रोकने के आरोप जड़ दिए। चर्चा के दौरान जिंदल के विरुद्ध कार्रवाई और विकास कार्य रोकने के आरोप भी सभापति पर लगे। पार्षदों ने शहर के कई कॉम्प्लेक्स व दुकानदारों से अवैध वसूली के आरोप लगाए हैं। पार्षद नवीन सबनानी ने तो सभापति पर 700 रुपए तक लेने के आरोप लगाए हैं। इससे सदन में एक बार तो गहमागहमी का माहौल हो गया और जमकर एक-दूसरे पर आरोप लगे।