भरतपुर (राजेन्द्र जती )। पंचायती राज मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ से अपनी नौकरी की गुहार लगाना महंगा पड़ गया ।जैसे ही भरतपुर मेंआज पंचायती राज मंत्री राजस्थान की गौरव यात्रा की तैयारियों को लेकर भरतपुर पहुंचे बड़ी संख्या में 1998 के चयनित शिक्षाकर्मी एकत्रित हो गए। उन्होंने अपनी बात मंत्री के सामने रखने का जैसे ही प्रयास किया बैसे ही मंत्री जी भड़क गए और उन्होंने तपाक से कह डाला कि मैं तुम्हारी पैरबी करते-करते थक गया हूं और तुम हमारे काम में बाधा डाल रहे हो ।
कुछ नहीं होने वाला चले जाओ यहां से बस इतना ही नहीं मंत्री कि उन्हें झटक कर आगे बढ़ गए दरअसल बात यह है कि आज से 20 साल पहले सरकार ने शिक्षकों की भर्ती निकाली थी। जिसमें 1998 में शिक्षकों को चयनित भी किया गया लेकिन उसके बाद उनको नियुक्ति नहीं दी गई। इन में से बड़ी संख्या में शिक्षक भरतपुर जिले के हैं जो पिछले 20 साल से नियुक्ति नहीं मिल पाने के कारण दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।
बुधवार को जब चयनित शिक्षकों को पता चला कि गौरव यात्रा को लेकर कई मंत्री भरतपुर आ रहे हैं । तो सबसे पहले यह शिक्षक एकत्रित होकर शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ के पास पहुंचे लेकिन उन्होंने भी इन 40 शिक्षकों को कोई भाव नहीं दिया और उन्हें नजरअंदाज कर आगे बढ़ गए इसके बाद जैसे ही पंचायती राज मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ मौके पर पहुंचे तो शिक्षक उनके पास भी अपनी वेदना लेकर पहुंचे लेकिन वहां भी उन्हें मुंह की खानी पड़ी । जिससे चयनित शिक्षकों में भारी रोष है।