Bharatpur News /राजेन्द्र शर्मा जती। आरबीएम एवं जनाना चिकित्सालयों में 640 सिलेण्डर प्रतिदिन क्षमता के लगाये जाने वाले ऑक्सीजन जनरेशन प्लांटों का रविवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग एवं सांसद श्रीमती रंजीता कोली ने शिलान्यास किया। इन जनरेशन प्लांटों के लग जाने के बाद दोनों चिकित्सालयों को प्रतिदिन 730 ऑक्सीजन सिलेण्डर मिलने शुरू हो जायेंगे । वर्तमान में आरबीएम चिकित्सालय में 90 सिलेण्डर प्रतिदिन क्षमता का ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट कार्यरत है।
शिलान्यास के बाद आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुये चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने कहा कि कोरोेना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन एवं रेमडीसीवर इंजेक्शन की उपलब्धता की आई समस्या को देखते हुये मेडिकल इन्फ्रास्ट्रेक्चर को मजबूत करने का कार्य प्रारम्भ किया गया है जिसके तहत आरबीएम एवं जनाना चिकित्सालयों के लिये नगर निगम , नगर विकास न्यास एवं राज्य सरकार के सहयोग से 640 सिलेण्डर प्रतिदिन ऑक्सीजन जनरेशन प्लांटों निर्माण का कार्य शुरू किया गया है ताकि कोरोना की संभावित तीसरी लहर का मुकाबला किया जा सके। उन्होंने कहा कि ये जनरेषन प्लांट जुलाई माह के अन्त तक ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू कर देंगे। उन्होंने बताया कि मेडिकल इन्फ्रास्ट्रेक्चर को मजबूत करने के लिये भरतपर सांसद द्वारा भी सहयोग राशि प्रदान की गई है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने बताया कि ऑक्सीजन जनरेशन प्लांटों के प्रारम्भ होने से पूर्व दोनों चिकित्सालयों में पाईप लाईन डालने का कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि आरबीएम चिकित्सालय के दूसरे चरण के लिये 87 करोड रूपये की राशि आवंटित हो चुकी है इस राशि से चिकित्सालय के पुराने भवन को ध्वस्त कर दो मंजिला भवन बनाया जायेगा जिसमें चारों सुपर स्पेशलिटी सेवाओें के शुरू कराने के लिये वार्डों का निर्माण कराया जायेगा इसके अलावा कार्डियो रोगियों के लिये कैथलैब बनाई जायेगी जिस पर 3.5 करोड रूपये व्यय होंगे जिसमें क्षेत्रीय सांसद की सहभागिता भी जरूरी है। उन्होंने बताया कि आरबीएम चिकित्सालय में जिले के अलावा पडोसी राज्यों के रोगियों का भी ईलाज होता है ऐसी स्थिति में जिले के सभी जनप्रतिनिधियों को चाहिये कि वे इस चिकित्सालय के विकास में विधायक निधि से अधिकाधिक राशि प्रदान करें।
डाॅ. गर्ग ने बताया कि चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिये विधायक निधि से 2 करोड 60 लाख रूपये की सहमति प्रदान की जा चुकी है इसके साथ ही 60 लाख रूपयेे आधुनिक मोर्चरी निर्माण के लिये प्रदान किये हैं इस राशि से राज्य की प्रथम सभी सुविधाओं से युक्त मोर्चरी का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने आरबीएम चिकित्सालय में चिकित्सा सुविधाऐं उपलब्ध कराने में सहयोग करने वाले सभी भामाशाहों का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि भविष्य में भी इनका इसी तरह का सहयोग प्राप्त होता रहेगा। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे शहर के विकास में सकारात्मक सोच के साथ सहभागी बनें ताकि शहर के विकास को अपेक्षित गति मिल सके।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुये सांसद श्रीमती रंजीता कोली ने कोविड की रोकथाम के लिये प्रधानमंत्री द्वारा वेंटीलेटर उपलब्ध कराने और चिकित्साकर्मियों द्वारा रोगियों के किये समय पर उपचार के प्रति आभार व्यक्त करते हुये कहा कि कैथलैब की स्थापना में सहयोग के लिये वे केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह करेंगी । उन्होंने सभी लोगों से अपील करते हुये कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है बल्कि इसके बचाव के लिये कोविड गाईड लाईन की पालना करनी होगी।
समारोह मे नगर निगम के महापौर अभिजीत कुमार ने बताया कोविड की रोकथाम में नगर निगम ने 50 लाख रूपये मुख्यमंत्री कोविड राहत कोष में प्रदान किये तथा करीब तीन करोड रूपये के संसाधन चिकित्सालयों को उपलब्ध कराये। उन्होंने बताया कि भरतपुर में गन्दे पानी की निकासी के लिये राज्य सरकार द्वारा 275 करोड रूपये की राषि स्वीकृत की है इस राषि से निर्माण एवं अन्य कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराये जायेंगे। उन्होंने बताया कि भरतपुर शहर को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने के निगम द्वारा निरन्तर प्रयास किये जा रहे है जिसमें सभी नागरिकों की सहभागिता जरूरी है।
कार्यक्रम में जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा कि कोरोना की द्वितीय लहर के दौरान जो ऑक्सीजन उपलब्धता की समस्याऐें आई उसे देखते हुये जिला मुख्यालय सहित सभी बडे कस्बों में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं । उन्होंने कोरोना की रोकथाम के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री द्वारा दिये गये सहयोग के प्रति आभार व्यक्त करते हुये सभी लोगों से कोरोना के टीके लगवाने की अपील की।
प्रारम्भ में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. जिज्ञासा साहनी ने लगाये जाने वाले ऑक्सीजन जनरेशन प्लांटों की जानकारी देते हुये बताया कि इन प्लाटों के शुरू हो जाने के बाद दोनों चिकित्सालयों को 730 सिलेण्डर प्रतिदिन ऑक्सीजन मिलना प्रारम्भ हो जायेगी। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में आॅक्सीजन सर्पोट बैडों की संख्या बढाकर 350 कर दी गई है ताकि तीसरी लहर के दौरान किसी तरह की समस्या रोगियों को नहीं आ सके। अन्त में मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ रजत श्रीवास्तव ने सबका आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर केके गोयल , मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कप्तान सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी व चिकित्सक उपस्थित थे।