सर्वजातीय पंचायत ने सर्व सम्मति से मृत्युभोज नही करने का संकल्प लिया

भरतपुर (राजेन्द्र जती ) मृत्यु भोज रोकने के लिए जिला जाट महासभा द्वारा ग्राम गुनसारा मे सर्वजातीय पंचायत का आयोजन जिला जाट महासभा के निर्देशानुसार किया गया। जिसमे जिला जाट महासभा के अध्यक्ष डॉ प्रेम सिंह कुन्तल, राकेश फौजदारजी, रामवीरसिंह वर्मा, गोपालसिंह एडवोकेट, ओमप्रकाश सोगरवाल, सुधीरपालसिंह,थानसिंह सोलंकी, कैप्टेन लेखराजसिंह डौमपुरा, हीरासिंह कुन्तल,आदि के अलावा समाजसेवी वैद्य सुरेन्द्र शर्मा जी। इन लोगों ने मृत्यु भोज क्यों नही करना चाहिए? यह सामाजिक बुराई है।इस सामाजिक बुराई के दुष्परिणामों पर पर प्रकाश डाला ।ग्रामवासियो मे मुख्यत श्री अतरसिंह, ,केदारसिंह जगवीरसिंह, खना थोक, रिंक पहलवान, प्रताप पंच, मुक्त अवस्थी सधार थोक। भोली पंच, ओमप्रकाश, नगला चौक, चौक थोक से विजयसिंह भगतजी, हवलदार महेश जी, जितेन्द्र सिंह, चौक थोक,, शीशामंडी से सरदारसिंह, सहदेवसिंह। हावुरिया थोक से बृजेन्द्रसिंह, बहादुर सिंह कडुआ थोक से सुरेशपालसिंह पूर्व सरपंच, द्वारिका थोक से सूवेदार भीमसिंह , भंवरसिंह ब्याख्याता, समुद्रसिं चरनसिंह महाशय जी, डॉ, बदनसिंह, रतनप्रकाश थे। ठाकुर थोक से खूवीराम सरपंच चक्खनसिंह, सरदारसिंह, गुलेन्द्रपालसिंह, भूमिहार थोक से ओमप्रकाश आर्य, महेन्द्रसिंह गुलवीर सिंह। बान्या थोक से रामलाल भीमसिंह,गणेश भुंडा थोक से देवीलाल, दयाराम आदि थे।ब्राह्मण समाज से राधेलाल मास्टर, श्रीगोपाल, श्री द्वारिका जी थे। जाटव समाज का प्रतिनिधित्व ओमप्रकाश, रमनलाल ने किया। धोवी समाज से तुहीराम पहलवान, कोली समाज से जगदीश सत्यवीर थे। कश्यप समाज से निहाल मिस्त्री, सत्यवीर थे। बघेलसमाज से कलुआ भगत थे। । सभी लोग ने सर्व सम्मति से मृत्युभोज नही करने का संकल्प लिया। जो व्यक्ति मृत्यु भोज आयोजित करेगा, पहले उसे समझाया जायेगा। पंचायत मानने के लिए राजी किया जायेगा। फिर भी कोई व्यक्ति समाज की अवहेलना करके ऐसा करने का दुःसाहस करेगा उसके खिलाफ मृत्यु भोज निवारण अधिनियम 1960 के तहत कानूनी कार्रवाई की जायेगी। पंचायत की अध्यक्षता अखिलेश कुमार प्रधानाचार्य रा़ आ़ उ़ मा वि गुनसारा मे की। संचालन हरवीरसिह खुंटेला ने किया। आभार सरपंच खूवीराम जताया।